(तस्वीर के साथ)
गोलपाड़ा/गुवाहाटी (असम), छह जून (भाषा) असम के मुख्यमंत्री हिमंत विश्व शर्मा ने बृहस्पतिवार को दावा किया कि नगांव और धुबरी लोकसभा क्षेत्रों के चुनाव परिणाम इस तथ्य की ओर इशारा करते हैं कि राज्य के सामाजिक तानेबाने की बुनियाद ‘बहुत कमजोर’ है।
धुबरी सीट से कांग्रेस विधायक रकीबुल हुसैन ने 10 लाख वोट के रिकॉर्ड अंतर से जीत दर्ज की है, जबकि नगांव से कांग्रेस के ही प्रद्युत बोरदोलोई 2,12,231 मतों के अंतर से दोबारा विजयी हुए हैं।
शर्मा ने गोलपाडा में संवाददाताओं से कहा, ‘‘नगांव और धुबरी के खतरनाक चुनाव परिणामों ने एक बार फिर साबित कर दिया है कि असम के सामाजिक तानेबाने की बुनियाद बहुत कमजोर है। रकीबुल हुसैन 10 लाख वोट से जीत गए। यह क्या बताता है? यह हमारे समाज और राष्ट्रीय जीवन के सामने खतरे को दिखाता है।’’
उन्होंने दावा किया, ‘‘आप सोचिए कि 10 लाख से ज्यादा वोट से जीत हुई और एक भी हिंदू ने वहां मतदान नहीं किया। हमारे सामाजिक तानेबाने के सामने कैसा खतरा है? अगले 10 वर्षों में मुस्लिम जनसंख्या में 29 प्रतिशत की वृद्धि के साथ यह 10 लाख 12 लाख हो जाएगा’’
शर्मा ने यह भी कहा कि बोरदोलोई ने भी नगांव में मुस्लिम बहुल विधानसभा क्षेत्रों में बढ़त हासिल कर जीत दर्ज की, जबकि भाजपा ने सभी हिंदू बहुल विधानसभा क्षेत्रों में जीत हासिल की।
उन्होंने कहा, ‘‘ (नगांव में) लहारीघाट, धींग, रूपाही और समागुरी (सभी मुस्लिम बहुल सीट) ने दो से ढाई लाख मतों के अंतर से कांग्रेस को विजयी बनाया। इसलिए यदि किसी प्रकार का प्रतिरोध नहीं हुआ तो असम में स्थिति बहुत खतरनाक हो जायेगी।’’
हुसैन ने निवर्तमान सांसद और एआईयूडीएफ अध्यक्ष बदरुद्दीन अजमल को 10,12,476 वोट के बड़े अंतर से हराया है। कांग्रेस प्रत्याशी को 14,71,885 वोट मिले जबकि बदरूद्दीन को 4,59,409 मत मिले।
शर्मा ने दावा किया, ‘‘ धुबरी निर्वाचन क्षेत्र में चुनाव नतीजे के बाद जो लोग असुरक्षित महसूस करते हैं, उनके साथ हम खड़े हैं.. यदि भाजपा या राष्ट्रवादी सोच वाले लोगों की ओर से कोई चुनौती नहीं मिली तो असम का सफाया हो जाएगा एवं कोई नहीं बचेगा।’’
बाद में गुवाहाटी में मुख्यमंत्री ने संवाददाता सम्मेलन में कहा कि अजमल और हुसैन केवल प्रतीक हैं क्योंकि मुसलमानों ने पूरे राज्य में एक ही तरीके से वोट डाला है।
उन्होंने कहा, ‘‘ पहले एआईयूडीएफ और कांग्रेस दोनों को मुस्लिम वोट मिला करते थे लेकिन इस बार सभी वोट कांग्रेस के पास चले गये। नगांव, बारपेटा और धुबरी में मुसलमानों द्वारा डाले गए मतों का करीब 90 प्रतिशत हिस्सा कांग्रेस के पाले में चले जाने से यह मुस्लिम पार्टी बन गयी है।
मुख्यमंत्री ने यह भी कहा कि जोरहाट से कांग्रेस उम्मीदवार और निवर्तमान सांसद गौरव गोगोई की जीत को लेकर चिंता की कोई बात नहीं है क्योंकि ‘‘वह अपने हैं’’ और उनकी जीत में कुछ भी सांप्रदायिक नहीं है।
भाषा राजकुमार धीरज
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