चंडीगढ़, 22 जून (भाषा) हरियाणा सरकार द्वारा नियुक्त समिति ने रविवार को हरियाणा कृषि विश्वविद्यालय (एचएयू), हिसार के प्रदर्शनकारी छात्रों से मुलाकात की, लेकिन छात्र विश्वविद्यालय के कुलपति को हटाने की मांग पर अड़े रहे।
शुक्रवार को मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी ने एचएयू के छात्रों से बात करने के लिए चार सदस्यीय समिति का गठन किया। स्नातकोत्तर छात्रों के लिए छात्रवृत्ति नियमों में बदलाव के विरुद्ध धरने के दौरान विश्वविद्यालय के सुरक्षा गार्ड द्वारा छात्रों पर कथित हमले के खिलाफ पिछले दो सप्ताह से विरोध-प्रदर्शन जारी है।
समिति में शिक्षा मंत्री महिपाल ढांडा, लोक निर्माण मंत्री रणबीर गंगवा, सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता मंत्री कृष्ण कुमार बेदी और नलवा से विधायक रणधीर पनिहार शामिल हैं।
समिति पिछले दो दिनों से प्रदर्शनकारी छात्रों से बातचीत कर रही है और उनकी विभिन्न मांगों पर चार दौर की बातचीत कर चुकी है।
रविवार को हिसार में पत्रकारों से बात करते हुए ढांडा ने कहा कि कुलपति बी आर कंबोज को हटाने की छात्रों की मांग उनकी मुख्य मांगों में से नहीं थी, बल्कि हाल के दिनों में ही यह मांग की गई है।
उन्होंने छात्रों के विरोध को भड़काने की कोशिश करने के लिए विपक्षी दलों पर भी निशाना साधा। कांग्रेस, जजपा और इनेलो समेत विपक्षी दलों ने प्रदर्शनकारी छात्रों को अपना समर्थन दिया है।
ढांडा ने मांग के पीछे विपक्ष की भूमिका की ओर इशारा करते हुए कहा, ‘‘जब यह धरना शुरू हुआ, तो कुलपति को हटाने की कोई मांग नहीं थी। हम सभी जानते हैं कि यह मांग कहां से आई है।’’
भाषा शफीक नेत्रपाल
नेत्रपाल
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