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रविवार, 27 अप्रैल, 2025
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उत्तर प्रदेश में मौजूद पाकिस्‍तानी नागरिकों को उनके देश भेजने का सिलसिला शुरू

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लखनऊ, 26 अप्रैल (भाषा) जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में आतंकी हमले के बाद पाकिस्तानी नागरिकों को स्वदेश भेजने के केंद्र सरकार के फैसले के मद्देनजर उत्तर प्रदेश में पड़ताल शुरू कर उन्हें वापस भेजने का सिलसिला शुरू हो गया है। अधिकारियों ने शनिवार को यह जानकारी दी।

प्रयागराज जिले से एक पाकिस्तानी महिला को शुक्रवार को वापस भेज दिया गया, जबकि शेष तीन महिलाएं शनिवार को लौटीं।

प्रयागराज के पुलिस आयुक्त तरुण गाबा ने ‘पीटीआई-भाषा’ को बताया, ‘‘पाकिस्तान की एक महिला शुक्रवार को यहां से जा चुकी है, जबकि तीन पाकिस्तानी महिलाओं से हमने बात कर ली है और वे आज यहां से चली जाएंगी।’’

उन्होंने बताया, ‘‘ये सभी अल्पकालिक अवधि के लिए यहां आई थीं। एक महिला इलाज के लिए आई थी। हम स्थानीय खुफिया इकाई (एलआईयू) के संपर्क में हैं और स्थिति पर पूरी तरह से नजर रखे हुए हैं।’’

गाबा ने कहा कि यह (पाकिस्तानी लोगों की संख्या) पूरे प्रयागराज जिले का आंकड़ा है और कुल चार पाकिस्तानी जिले में आए थे।

वाराणसी में, एक अधिकारी ने बताया कि कुल 10 पाकिस्तानी नागरिकों के रहने की सूचना मिली है जिनमें से एक को शुक्रवार को शिवगंगा एक्सप्रेस से दिल्ली के लिए रवाना किया गया। उन्होंने कहा कि वहां से अन्य साधन से उसे वापस भेजा जाएगा।

वाराणसी के अपर पुलिस उपायुक्त (एडीसीपी) सरवणन टी ने बताया, ‘‘वाराणसी में कुल 10 पाकिस्तानी नागरिकों के होने की सूचना है। केंद्र सरकार के दिशानिर्देश के अनुपालन में अल्पकालिक अवधि पर वाराणसी आए एक पाकिस्तानी बुजुर्ग नागरिक को शुक्रवार को शिवगंगा एक्सप्रेस ट्रेन से दिल्ली भेजा गया है। दिल्ली से उन्हें पाकिस्तान भेजा जाएगा।’’

सरवणन टी ने बताया कि वाराणसी में कोई भी अवैध नागरिक न रहने पाए पुलिस इसकी जांच कर रही है, किरायेदारों का सत्यापन करा कर उन्हें पुलिस रिकॉर्ड में दर्ज कराया जा रहा है।

मुजफ्फरनगर जिले में, एक अधिकारी ने बताया कि 30 पाकिस्तानी नागरिक मिले हैं जो अल्पावधि और दीर्घावधि वीजा पर हैं।

मुजफ्फरनगर के अपर पुलिस अधीक्षक (नगर) सत्यनारायण प्रजापत ने कहा, ‘‘30 पाकिस्तानी नागरिकों में से 26 दीर्घकालिक वीजा पर हैं, जबकि चार अल्पकालिक वीजा पर हैं। अधिकारियों ने अल्पावधि वीजा पर रह रहे चारों पाकिस्तानी नागरिकों को भारत छोड़ने को कहा था। इनमें से दो बृहस्पतिवार को भारत से चले गए, जबकि दो शुक्रवार को चले गए।’’

अधिकारियों ने दीर्घकालिक वीजा पर आए 26 पाकिस्तानी नागरिकों पर नजर रखना शुरू कर दिया है और उनके स्थानों पर उनकी उपस्थिति की पुष्टि कर रहे हैं।

बुलंदशहर जिले से चार पाकिस्तानी महिलाओं को वापस भेजा गया है। बुलंदशहर आई इन पाकिस्तानी महिलाओं को आवश्यक औपचारिकताएं पूरी करने के बाद वापस भेज दिया गया है।

बुलंदशहर के पुलिस अधीक्षक (नगर) शंकर प्रसाद ने बताया कि भारत सरकार के दिशानिर्देश पर चार पाकिस्तानी महिलाओं को वापस उनके देश भेज दिया गया है।

आजमगढ़ में भी चार पाकिस्तानी नागरिक मिले हैं, लेकिन वे दीर्घकालिक वीजा पर यहां रह रहे हैं।

पुलिस अधीक्षक हेमराज मीणा ने बताया कि आजमगढ़ में अभी तक लघुकालिक वीजा पर कोई पाकिस्तानी नागरिक नहीं रह रहा है तथा जो लोग यहां रह रहे हैं उनके पास दीर्घकालिक वीजा है। उनका कहना है कि हालांकि सभी गतिविधियों पर लगातार नजर रखी जा रही है।

मीणा ने बताया कि जो पाकिस्तानी महिलाएं यहां रह रही हैं उनमें एक महिला शादी के बाद से दीर्घकालिक वीजा पर आजमगढ़ में रह रही है। परिवार ने भारतीय नागरिकता के लिए आवेदन किया है।

मीणा के अनुसार इसी तरह तीन अन्य पाकिस्तान की महिलाओं की शादी भी जिले में हुई है जिनमें दो सगी बहनें हैं और एक ही परिवार में उनकी शादी हुई है। दोनों की उम्र 70 वर्ष से अधिक है।

शाहजहांपुर जिले में दीर्घकालिक वीजा पर 11 महिलाओं समेत 15 पाकिस्तानी लोग रह रहे हैं। पुलिस के एक वरिष्ठ अधिकारी ने आज यह जानकारी दी है।

शाहजहांपुर के पुलिस अधीक्षक राजेश द्विवेदी ने शनिवार को ‘पीटीआई-भाषा’ को बताया की 1952 से लेकर 2019 तक पाकिस्तान से शादी करके 11 महिलाएं शाहजहांपुर आई थी जो दीर्घकालिक वीजा पर यहां अपने परिवार के साथ रह रही हैं। उन्होंने कहा कि पुलिस तथा स्थानीय अभिसूचना इकाई लगातार उनकी गतिविधियों पर नजर रख रही है।

द्विवेदी ने बताया कि पाकिस्तान से जो महिलाएं आई हैं उनमें दो ऐसी महिलाएं हैं, जिनके दो-दो बच्चे साथ में आए थे और अब जवान हो गए हैं। उनके अनुसार इन परिवारों के पास दीर्घकालिक वीजा तथा निकाहनामा आदि आवश्यक प्रमाण पत्र मौजूद है।

बागपत के पुलिस अधीक्षक सूरज कुमार राय ने शनिवार को बताया कि जांच में यह स्पष्ट हुआ कि पिछले चार वर्षों में कोई भी पाकिस्तानी नागरिक अल्पकालिक वीजा पर यहां नहीं आया है।

उन्होंने बताया कि वर्तमान में जिले में केवल एक पाकिस्तानी महिला दीर्घकालिक वीजा पर रह रही है, जिसकी जानकारी उच्चाधिकारियों को भेज दी गयी है।

कुमार के अनुसार, इसके अतिरिक्त बागपत में कोई भी पाकिस्तानी नागरिक निवास नहीं कर रहा है। प्रशासन स्थिति पर लगातार नजर बनाए हुए है और किसी भी संदिग्ध गतिविधि की जानकारी मिलने पर तत्काल कार्रवाई की जाएगी।

स्थानीय अभिसूचना इकाई (एलआईयू) के निरीक्षक धीरेन्द्र प्रताप सिंह ने बताया कि भदोही में दो पाकिस्तानी महिलाएं दीर्घकालिक वीज़ा लेकर रह रही हैं और इनकी तरफ से भारत की नागरिकता के लिए कागज़ी कार्रवाई की गई है।

सरकार की तरफ से इन दोनों पाकिस्तानी महिलाएं को वापस भेजे जाने का कोई आदेश नहीं प्राप्त हुआ है। बदायूं के वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक बृजेश सिंह ने बताया है कि बदायूं में कोई भी पाकिस्तानी नागरिक अल्पकालिक वीजा पर उपस्थित नहीं है। दीर्घकालिक वीज़ा पर सात महिलाएं हैं जिसमें बदायूं सदर कोतवाली क्षेत्र में चार महिलाएं, सहसवान कोतवाली क्षेत्र में दो महिलाएं एवं उझानी कोतवाली क्षेत्र में एक महिला पाकिस्तानी नागरिक के रूप में रह रही है।

उन्होंने बताया कि एलटीवी के सम्बन्ध में मुख्यालय द्वारा निर्देश दिये गये है कि जो पाक नागरिक जिले में दीर्घकालिक वीज़ा (एलटीवी) पर रह रहे हैं वही नागरिक रहेंगे।

मेरठ के वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक डॉ. विपिन ताड़ा ने शनिवार को ‘पीटीआई-भाषा’ को बताया कि जिले में इस समय दीर्घकालिक वीजा पर कोई भी पाकिस्तानी नागरिक मौजूद नहीं है। उन्होंने कहा कि पुलिस यह सुनिश्चित कर रही है कि कोई भी पाकिस्तानी नागरिक बिना वैध अनुमति के मेरठ में न रुका हो।

अमरोहा के पुलिस अधीक्षक (एसपी) अमित आनंद ने बताया कि अमरोहा में कोई भी पाकिस्तानी नहीं रह रहा है।

मुरादाबाद स्थानीय अभिसूचना इकाई (एल.आई.यू.) के प्रभारी निरीक्षक अभय शर्मा के अनुसार मुरादाबाद में कोई विदेशी (पाकिस्तानी) नहीं रह रहा है।

इसी तरह मैनपुरी के अधिकारियों ने भी दावा किया कि जिले में कोई पाकिस्तानी अल्पकालिक वीजा पर नहीं है।

केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने शुक्रवार को सभी राज्यों के मुख्यमंत्रियों से यह सुनिश्चित करने को कहा था कि कोई भी पाकिस्तानी नागरिक निर्धारित समयसीमा से अधिक समय देश में न रहे।

पहलगाम में मंगलवार को आतंकवादी हमले के बाद दोनों देशों के बीच तनाव बढ़ गया है। पहलगाम हमले में 26 लोग मारे गए थे, जिनमें ज्यादातर पर्यटक थे।

भाषा सं आनन्द राजेंद्र जफर शोभना

शोभना

यह खबर ‘भाषा’ न्यूज़ एजेंसी से ‘ऑटो-फीड’ द्वारा ली गई है. इसके कंटेंट के लिए दिप्रिंट जिम्मेदार नहीं है.

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