भुज, 26 मई (भाषा) प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने सोमवार को कहा कि पाकिस्तान के लोगों को यह समझना चाहिए कि उनकी सरकार और सेना अपने फायदे के लिए आतंकवाद का समर्थन कर रही हैं, इसलिए उन्हें इस खतरे को खत्म करने के लिए आगे आना चाहिए, जो उनके जीवन को बर्बाद कर रहा है।
गत 22 अप्रैल को हुए पहलगाम आतंकी हमले के बाद सरकार की सैन्य प्रतिक्रिया के रूप में ‘ऑपरेशन सिंदूर’ के बाद गुजरात की अपनी पहली यात्रा पर आए मोदी ने चेतावनी दी कि अगर पाकिस्तान के लोग शांति का रास्ता नहीं चुनते हैं, तो उन्हें भारतीय सेना की कार्रवाई का सामना करना पड़ेगा।
सोमवार (26 मई) को प्रधानमंत्री के रूप में अपने कार्यकाल के 11 साल पूरे करने वाले मोदी ने इस बात पर भी प्रकाश डाला कि भारत जापान को पीछे छोड़कर दुनिया की चौथी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बन गया है। उन्होंने कहा कि पाकिस्तानी नागरिकों को सोचना चाहिए कि उनका देश कहां खड़ा है।
मोदी ने जोर देकर कहा, ‘‘भारत जहां पर्यटन में विश्वास रखता है, वहीं पाकिस्तान आतंकवाद को पर्यटन मानता है, जो दुनिया के लिए बहुत खतरनाक है। मैं पाकिस्तान के लोगों से पूछना चाहता हूं – उन्होंने क्या हासिल किया है? आज भारत दुनिया की चौथी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था है। लेकिन आपकी स्थिति क्या है? आतंकवाद को बढ़ावा देने वालों ने आपका भविष्य बर्बाद कर दिया।’’
वह गुजरात में कच्छ जिले के भुज शहर में 50,000 करोड़ रुपये से अधिक की परियोजनाओं को शुरू करने के बाद एक सभा को संबोधित कर रहे थे, जिसकी पाकिस्तान के साथ भूमि सीमा और समुद्री सीमा दोनों लगती हैं।
प्रधानमंत्री ने सीमा पार के लोगों को संदेश देते हुए कहा, ‘‘आतंकवाद आपकी (पाकिस्तान) सरकार और सेना के लिए पैसा कमाने का एक जरिया है। पाकिस्तान के लोगों को आतंकवाद को खत्म करने के लिए आगे आना चाहिए। सुख-चैन की जिंदगी जियो, रोटी खाओ, वरना मेरी गोली तो है ही।’’
उन्होंने उपस्थित लोगों को संबोधित करते हुए कहा, ‘‘पहलगाम हमले के बाद, मैंने 15 दिन तक इस उम्मीद में इंतजार किया कि पाकिस्तान आतंकवाद पर कार्रवाई करेगा, लेकिन ऐसा लगता है कि यह उनकी रोजी-रोटी है। नौ मई की रात को जब पाकिस्तान ने नागरिकों पर हमला करने की कोशिश की, तो हमारी सेना ने दोगुनी ताकत से हमला किया और उनके हवाई ठिकानों को तबाह कर दिया।’’
भाषा वैभव दिलीप
दिलीप
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