पटना, 22 अप्रैल (भाषा) बिहार के राज्यपाल आरिफ मोहम्मद खान ने मंगलवार को राज्य के लोगों से जाति, धर्म और समुदाय के बंधन से ऊपर उठकर केवल ‘बिहारी’ बनने का आग्रह किया।
नालंदा खुला विश्वविद्यालय के 17वें दीक्षांत समारोह को संबोधित करते हुए खान ने कहा कि बिहार के लोग राज्य के बाहर भी अच्छा प्रदर्शन करते हैं।
उन्होंने कहा, “वे (बिहार के लोग) राज्य के बाहर खुद को बिहारी बताते हैं। लेकिन जब वे अपने राज्य में आते हैं तो खुद को जाति, धर्म और समुदाय से जोड़ने लगते हैं।”
खान ने कहा कि बिहार में सच्चा बिहारी मिलना मुश्किल है।
उन्होंने कहा, “बिहार के लोगों को जाति, धर्म और समुदाय के बंधन से ऊपर उठकर सिर्फ बिहारी बनना चाहिए। उन्हें राज्य के हितों को हर चीज से ऊपर रखना चाहिए… मुझे यकीन है… तब बिहार हर क्षेत्र में अग्रणी भूमिका निभाएगा और राज्य के लोग देश में नेतृत्व की भूमिका में आएंगे, जैसा कि वे पहले भी कर चुके हैं।”
राज्यपाल ने कहा कि मुंबई, कोलकाता और दिल्ली जैसे शहरों में हर क्षेत्र में बिहार के लोगों की भूमिका बहुत महत्वपूर्ण है। उन्होंने कहा कि बिहारियों के बिना इन शहरों के विकास की कल्पना करना कठिन है।
खान ने कहा, “ऐसा क्यों है, क्योंकि वे वहां बिहारियों की तरह रहते हैं। वे खुद को बिहारी बताते हैं। यही बात बिहार में भी लागू होनी चाहिए। बिहार के लोगों को अपने राज्य में सिर्फ बिहारी बनकर रहना चाहिए।”
भाषा पारुल खारी
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