नयी दिल्ली, 24 जनवरी (भाषा) कर्नाटक उच्च न्यायालय के मुख्य न्यायाधीश प्रसन्ना बी वराले को बुधवार को उच्चतम न्यायालय के न्यायाधीश के रूप में नियुक्त किया गया। उनके शपथ लेते ही शीर्ष अदालत में न्यायाधीशों की संख्या पूर्ण हो गई है। एक सरकारी अधिसूचना से यह जानकारी मिली।
उच्चतम न्यायालय में प्रधान न्यायाधीश सहित न्यायाधीशों की कुल स्वीकृत संख्या 34 है। इस महीने की शुरुआत में उनके नाम की सिफारिश करते समय उच्चतम न्यायालय के कॉलेजियम ने कहा था कि उसने इस तथ्य को ध्यान में रखा कि वह उच्च न्यायालय के वरिष्ठतम न्यायाधीशों में से एक हैं। कॉलेजियम ने यह भी कहा था कि वह उच्च न्यायालय के एकमात्र मुख्य न्यायाधीश हैं जो अनुसूचित जाति से हैं।
शीर्ष अदालत के मौजूदा न्यायाधीशों में वह अनुसूचित जाति समुदाय से संबंधित तीसरे न्यायाधीश हैं, दो अन्य न्यायाधीश न्यायमूर्ति बी आर गवई और न्यायमूर्ति सी टी रविकुमार हैं।
पिछले महीने न्यायमूर्ति एस के कौल की सेवानिवृत्ति के बाद शीर्ष अदालत में एक पद रिक्त हुआ था। न्यायमूर्ति वराले की नियुक्ति कॉलेजियम द्वारा उनके नाम की सिफारिश करने के एक सप्ताह के भीतर ही कर दी गई।
भाषा संतोष माधव
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