ठाणे, पांच अगस्त (भाषा) कर्नाटक की रहने वाली मानसिक रूप से बीमार छात्रा पिछले करीब डेढ़ साल से लापता थी और उसे ‘गूगल सर्च’ और महाराष्ट्र के एक सामाजिक संगठन के प्रयास से परिवार से मिला दिया गया है। संगठन के प्रतिनिधियों ने मंगलवार को यह जानकारी दी।
कर्नाटक के उत्तर कन्नड़ जिले के कारवार की रहने वाली छात्रा ने स्नातकोत्तर की पढ़ायी की थी और पांच फरवरी 2024 को पड़ोसी दक्षिण गोवा जिले के वर्ना थानाक्षेत्र अंतर्गत एक इलाके में दयनीय अवस्था में पाई गई थी।
संगठन ने एक विज्ञप्ति में बताया कि इसके बाद छात्रा को महाराष्ट्र के सिंधुदुर्ग जिले के कुडाल तालुका के पांडुर गांव में जीवन आनंद संस्था द्वारा संचालित सविता आश्रम लाया गया।
विज्ञप्ति में कहा गया कि आश्रम में देखभाल करने वालों की टीम से उसे चिकित्सकीय उपचार, परामर्श और भावनात्मक सहारा मिला। धीरे-धीरे उसकी मानसिक सेहत में सुधार हुआ और उसे अपने गृहनगर समेत अपनी पहचान के बारे में कुछ-कुछ बातें याद आने लगी।
विज्ञप्ति के अनुसार, आश्रम के न्यासी किसन चौरे ने जानकारी जुटाने के लिए गूगल सर्च का सहारा लिया। इसके अनुसार वह उस इलाके का पता लगाने में कामयाब रहे जहां छात्रा का परिवार रहता था और उन्होंने करवार सिटी थाने से संपर्क करके आश्रम में उसकी मौजूदगी की सूचना दी। संयोग से छात्रा के परिवार ने पहले ही कारवार महिला थाने में गुमशुदगी एक रिपोर्ट दर्ज करायी थी।
विज्ञप्ति में कहा गया है कि सोमवार को छात्रा के भाई और भाभी, कारवार पुलिस थाने के एक अधिकारी के साथ आश्रम पहुंचे और औपचारिक रूप से छात्रा को अपने संरक्षण में लिया।
भाषा यासिर अमित
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