नई दिल्ली: साल 2001 में जब 14 वर्षीय रवि मोहन सैनी को दर्शकों ने कौन बनेगा करोडपति की ‘हॉट सीट’ पर बैठकर एक करोड़ रुपए जीतते हुए देखा होगा तो शायद ही किसी ने तब सोचा होगा की कामयाबी का ये सिलसिला आगे भी कायम रहने वाला है. वही रवि मोहन सैनी अब आईपीएस अफसर हैं और हाल ही में गुजरात के पोरबंदर के नए एसपी बने हैं.
33 वर्षीय सैनी 2014 बैच के आईपीएस अफसर हैं जिन्होंने बुधवार को ही पोरबंदर जिले के पुलिस अधीक्षक का प्रभार संभाला है. इससे पहले सैनी राजकोट सिटी के पुलिस जोन 1 के डिप्टी कमिश्नर थे.
मूल रूप से अलवर, राजस्थान के रहने वाले सैनी दसवीं क्लास में पढ़ते थे जब वो प्रसिद्ध गेम शो कौन बनेगा करोड़पति का हिस्सा बने थे.
अमिताभ बच्चन के 15 सवालों का लगातार सही जवाब देकर वो केबीसी जूनियर में एक करोड़ रुपये जीतने वाले पहले प्रतिभागी बन गए थे.
विशाखापट्टनम से अपनी स्कूली शिक्षा पूरी करने के बाद, उन्होंने जयपुर के महात्मा गांधी मेडिकल कॉलेज से अपनी एमबीबीएस की पढाई पूरी की. सैनी के पिता नेवी से मोहनलाल सैनी नेवी से रिटायर्ड अधिकारी हैं और बकौल सैनी, उन्हें अपने पिता से ही पुलिस में जाने की प्रेरणा मिली.
रवि मोहन को 2013 में प्रतिष्ठित यूपीएससी की परीक्षा में तीसरे प्रयास में देश भर में 461वां रैंक मिला था. वे इससे पहले भारतीय पोस्ट, टेलिकॉम, एकाउंट्स और फाइनेंस सर्विस में चुने गए, जिसके बाद उन्होंने दोबारा परीक्षा दी थी.
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सैनी बताते हैं की उन्होंने परीक्षा में सफलता हासिल करने के लिए किसी कोचिंग का सहारा नहीं लिया था. पोरबंदर पूरी तरह से सैनी के चार्ज में आने वाला पहला जिला है.
‘टैक्स कटने के बाद मिले 69 लाख’
एक इंटरव्यू में उन्होंने बताया की चार साल बाद उन्हें टैक्स काट कर 69 लाख रुपये की राशि मिली थी.
उन्होंने बताया, ‘हमने उन पैसों से कुछ ख़ास नहीं किया. एक कार खरीदी और अलवर में एक ज़मीन का टुकड़ा खरीदा. बाकी पैसे मेरी पढ़ाई पर लगाये गए.’
उन्होंने ये भी कहा कि पोरबंदर में उनकी ज़िम्मेदारी लॉकडाउन को सख्ती से लागू करने और न्याय व्यवस्था को बनाये रखने की होगी.
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