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Saturday, 21 December, 2024
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बाबा साहेब के जन्म-स्मारक के लिये मध्यप्रदेश सरकार ने दी साढ़े 3 एकड़ जमीन की बड़ी सौगात

राज्यपाल श्री मंगुभाई पटेल की उपस्थिति में मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान ने जन्म-स्मारक मेमोरियल सोसायटी को जमीन का आवंटन-पत्र सौंपा. मुख्यमंत्री ने इस भूमि के लिये केन्द्र सरकार द्वारा अनापत्ति दिये जाने पर प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी के प्रति आभार व्यक्त किया.

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भोपाल: इंदौर जिले के डॉ. अंबेडकर नगर महू में स्थित भीमराव अंबेडकर की जयंती पर बाबा साहेब के जन्म-स्मारक के लिये राज्य शासन द्वारा साढ़े तीन एकड़ जमीन की बड़ी सौगात दी गयी. राज्यपाल श्री मंगुभाई पटेल की उपस्थिति में मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान ने जन्म-स्मारक मेमोरियल सोसायटी को जमीन का आवंटन-पत्र सौंपा. मुख्यमंत्री ने इस भूमि के लिये केन्द्र सरकार द्वारा अनापत्ति दिये जाने पर प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी के प्रति आभार व्यक्त किया. मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि कहा कि आज इस सुअवसर पर मुख्यमंत्री तीर्थ-दर्शन योजना में बाबा साहेब के जीवन में जुड़े पंच तीर्थों को भी शामिल कर दिया गया है.

बाबा साहेब अंबेडकर के जीवन से युवा सीख लें : राज्यपाल श्री पटेल

राज्यपाल श्री मंगुभाई पटेल ने कहा कि डॉ. अंबेडकर की जन्म-स्थली पर आकर मैं धन्य महसूस कर रहा हूँ. उन्होंने कहा कि बाबा साहेब ने विश्व के सबसे बड़े संविधान की रचना की. उन्होंने विपरित परिस्थितियों और अनेक चुनौतियों के बावजूद बेहतर शिक्षा प्राप्त की. समाज को न्याय और समानता का हक दिलाने के लिये बड़े कार्य किये. उनके जीवन से सीख लेकर युवाओं को उनके बताये मार्गों पर चलना चाहिये. राज्यपाल ने प्रदेश के प्रथम नागरिक के रूप में जयंती समारोह में आये सभी नागरिकों का अभिनंदन किया.

मुख्यमंत्री तीर्थ-दर्शन यात्रा योजना से पंच तीर्थों को जोड़ा : मुख्यमंत्री श्री चौहान

मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि बाबा साहेब अंबेडकर महापुरूष हैं, उनकी जन्म-स्थली पर हमारी सरकार द्वारा भव्य स्मारक का निर्माण किया गया है. उन्होंने कहा कि श्रद्धालुओं की सुविधा के लिये आवंटित साढ़े तीन एकड़ भूमि के विकास के लिये राज्य शासन द्वारा हर संभव मदद दी जायेगी. मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि बाबा साहेब के जीवन से जुड़े पंच तीर्थों को मुख्यमंत्री तीर्थ-दर्शन यात्रा योजना से जोड़ा गया है. अब श्रद्धालुओं को ट्रेन से भारत के 4 पंच तीर्थों क्रमश: जन्म-भूमि डॉ. अंबेडकर नगर (महू), चैत्य-भूमि दादर मुम्बई, डॉ. अंबेडकर नेशनल मेमोरियल 26 अलीपुर रोड दिल्ली तथा दीक्षा-भूमि नागपुर की नि:शुल्क यात्रा करायी जायेगी. साथ ही लंदन में स्थित पंच तीर्थों में से एक तीर्थ डॉ.अंबेडकर मेमोरियल की यात्रा पर जाने वाले प्रदेश के यात्रियों को अनुदान देने का प्रावधान किया जायेगा. मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि बाबा साहेब की जयंती पर हर साल महाकुंभ लगाने का फैसला वर्ष 2007 में लिया गया था, जो निरंतर जारी है.

राज्यपाल श्री पटेल और मुख्यमंत्री श्री चौहान ने जन्म-स्मारक पहुँच कर बाबा साहेब अंबेडकर के जीवन, व्यक्तित्व एवं कृतित्व से जुड़े चित्रों का अवलोकन कर स्मारक परिसर में नव-निर्मित तथागत बुद्ध की भव्य और आकर्षक प्रतिमा का अनावरण किया. राज्यपाल तथा मुख्यमंत्री ने डॉ. अंबेडकर जन्म-भूमि स्मारक मेमोरियल सोसायटी के सदस्यों के साथ भोजन भी किया.

समारोह में राज्य शासन ने मेजबान बन कर सभी श्रद्धालुओं की मेहमानों की तरह आवभगत की. श्रद्धालुओं के लिए पेयजल, ठहरने और भोजन इत्यादि के माकूल इंतजाम किए गए. जल संसाधन मंत्री श्री तुलसीराम सिलावट, सांसद सुश्री कविता पाटीदार तथा श्री छतर सिंह दरबार, इंदौर विकास प्राधिकरण के अध्यक्ष श्री जयपाल सिंह चावड़ा, अनुसूचित जाति वित्त विकास निगम के अध्यक्ष श्री सावन सोनकर, जिला पंचायत अध्यक्ष श्रीमती रीना मालवीय, पूर्व विधायक श्री राजेश सोनकर, डॉ. जन्म-स्मारक मेमोरियल सोसायटी के अध्यक्ष भंते सुमेध बोधि, सचिव श्री राजेश वानखेड़े सहित जन-प्रतिनिधि और बड़ी संख्या में श्रद्धालु उपस्थित रहे.

मुख्यमंत्री का लाड़ली बहनों ने स्वागत कर आभार व्यक्त किया

मुख्यमंत्री श्री चौहान का लाड़ली बहनों ने डॉ. अंबेडकर नगर (महू) पहुँचने पर जगह-जगह आत्मीय स्वागत किया. बहनों ने मुख्यमंत्री लाड़ली बहना योजना की सौगात देने के लिए आभार माना और शॉल, श्रीफल और साफा पहना कर अभिनंदन भी किया. मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि मुख्यमंत्री लाड़ली बहना योजना एक सामाजिक क्रांति है. यह योजना महिलाओं के सामाजिक एवं आर्थिक कल्याण में मददगार होगी. उन्होंने कहा कि महिलाओं के उत्थान में कोई कोर-कसर नहीं रखी जायेगी. बालिकाओं और महिलाओं को अन्याय और अत्याचार के विरूद्ध सशक्त करने के लिये लाड़ली बहना सेना भी बनायी जा रही है. हमारा प्रयास है कि हर महिला और बालिका का मान-सम्मान और स्वाभिमान कायम रहे. सांसद सुश्री कविता पाटीदार और पूर्व विधायक डॉ.राजेश सोनकर भी साथ थे.


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