नयी दिल्ली, नौ जून (भाषा) कांग्रेस ने सोमवार को आरोप लगाया कि मोदी सरकार ने पिछले 11 साल में देश के लोकतंत्र, अर्थव्यवस्था और सामाजिक ताने-बाने को गहरा आघात पहुंचाया है।
कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने ‘एक्स’ पर एक पोस्ट में आरोप लगाया कि सरकार ने इन 11 सालों में संविधान के हर पन्ने पर सिर्फ तानाशाही की स्याही पोती है।
उन्होंने कहा, ‘‘भाजपा-आरएसएस ने हर संवैधानिक संस्था को कमजोर किया है और उनकी स्वायत्तता पर हमला किया है।’’
खरगे ने कहा कि चाहे जनमत के खिलाफ जाकर पिछले दरवाजे से सरकारें गिराना हो या जबरन एक दलीय तानाशाही लागू करना हो, इस दौरान राज्यों के अधिकारों की अनदेखी की गई है और संघीय ढांचा कमजोर हुआ है।
कांग्रेस अध्यक्ष ने कहा कि लगातार ‘घृणा, धमकी और भय’ का माहौल फैलाने की कोशिश की जा रही है।
उन्होंने कहा, ‘‘दलितों, आदिवासियों, पिछड़ों, अल्पसंख्यकों और कमजोर वर्गों का शोषण लगातार बढ़ा है। उन्हें आरक्षण और समान अधिकारों से वंचित करने की साजिश जारी है। मणिपुर में लगातार हो रही हिंसा भाजपा की प्रशासनिक विफलता का सबसे बड़ा सबूत है।’’
कांग्रेस प्रमुख ने दावा किया कि भाजपा-आरएसएस ने देश की जीडीपी वृद्धि दर को 5-6 प्रतिशत पर बनाए रखने की आदत बना ली है, जो संप्रग के दौरान औसतन 8 प्रतिशत होती थी।
उन्होंने कहा, ‘‘सालाना 2 करोड़ नौकरियों के वादे को पूरा करने के बजाय युवाओं से करोड़ों नौकरियां छीन ली गईं। मुद्रास्फीति के कारण सार्वजनिक बचत 50 वर्षों में सबसे कम हो गई है और आर्थिक असमानता 100 वर्षों में सबसे अधिक हो गई है।’’
खरगे ने दावा किया कि नोटबंदी, गलत जीएसटी, बिना योजना के लॉकडाउन लगाना और असंगठित क्षेत्र पर प्रहार ने करोड़ों लोगों का भविष्य बर्बाद कर दिया है।
उन्होंने आरोप लगाया कि मेक इन इंडिया, स्टार्टअप इंडिया, स्टैंड अप इंडिया, डिजिटल इंडिया, नमामि गंगे और 100 स्मार्ट सिटी जैसे कार्यक्रम विफल हो गए हैं।
खरगे ने कहा, ‘‘रेलवे बर्बाद हो गया है। कांग्रेस-संप्रग द्वारा कड़ी मेहनत से बनाए गए बुनियादी ढांचे के केवल रिबन काटे गए हैं। मोदी सरकार ने संविधान के हर पन्ने पर तानाशाही की स्याही पोतने में पिछले 11 साल बर्बाद कर दिए हैं।’’
भाजपा ने प्रधानमंत्री मोदी के नेतृत्व में पिछले 11 वर्षों के शासन की सराहना की और कहा कि उनके शासन के इस कालखंड को स्वर्णिम अक्षरों में लिखा जाएगा।
मोदी ने सोमवार को कहा कि उनकी सरकार के दौरान भारत न केवल सबसे तेजी से बढ़ने वाली प्रमुख अर्थव्यवस्था बन गया है, बल्कि जलवायु कार्रवाई और डिजिटल नवाचार जैसे महत्वपूर्ण मुद्दों पर एक प्रमुख वैश्विक आवाज भी बन गया है।
भाषा वैभव मनीषा
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