पटना (बिहार), 13 जून (भाषा) अहमदाबाद में हुए विमान हादसे के एक दिन बाद, दुर्घटनाग्रस्त विमान के चालक दल की सदस्य मनीषा थापा के पटना स्थित घर और उसके आसपास का इलाका गहरे शोक और उदासी में डूबा नजर आया।
बृहस्पतिवार को विमान दुर्घटना की सूचना मिलने के तुरंत बाद उनके माता-पिता और भाई अहमदाबाद के लिए रवाना हो गए।
एअर इंडिया ने पुष्टि की है कि बृहस्पतिवार को अहमदाबाद हवाई अड्डे से उड़ान भरने के तुरंत बाद विमान के दुर्घटनाग्रस्त होने की घटना में उसमें सवार 241 लोगों की मौत हो गई।
मनीषा के चाचा प्रवीण तमांग ने कहा, ‘‘हम सदमे में हैं…उसने अभी-अभी अपना करियर शुरू किया था। हमें टीवी चैनलों के ज़रिए दुर्घटना के बारे में पता चला।’’
उन्होंने कहा कि वे लोग उसके माता-पिता के पटना लौटने का इंतज़ार कर रहे हैं।
तमांग ने कहा कि मनीषा की बुजुर्ग दादी को इस घटना के बारे में नहीं बताया गया।
मनीषा की चचेरी बहन नेहा तमांग ने मीडिया से बातचीत करने से इनकार करते हुए कहा, ‘‘मैं बात करने की स्थिति में नहीं हूं। कृपया हमारी निजता का सम्मान करें।’’
मनीषा की पड़ोसी संगीता प्रधान ने मीडियाकर्मियों से कहा,‘‘वह बहुत ही मृदुभाषी लड़की थी… वह अक्सर पटना आती रहती थी। यह परिवार के साथ-साथ उसके दोस्तों के लिए भी बहुत बड़ी क्षति है।’’
प्रधान ने दावा किया कि जब भी मनीषा पटना आती थी, तो उनसे बातचीत करती थी।
प्रधान ने कहा, ‘‘इस सदमे को बयां करने के लिए मेरे पास शब्द नहीं हैं।’’
उन्होंने बताया कि मनीषा के पिता बिहार पुलिस में हैं और बेगूसराय में तैनात हैं।
भाषा
राजकुमार दिलीप
दिलीप
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