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शुक्रवार, 6 जून, 2025
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बिहार के दानापुर रेल मंडल के 100वें वर्ष में ऐतिहासिक इमारत को ढहाया गया

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(तस्वीरों के साथ)

पटना/दानापुर, छह जून (भाषा) बिहार में पटना जिले के ऐतिहासिक रेलवे शहर खगौल में लगभग 100 साल पुरानी एक धरोहर इमारत जिसे मूलत: एक प्रमुख मनोरंजन केंद्र के रूप में बनाया गया था, अब एक एलिवेटेड सड़क परियोजना के लिए उसे ध्वस्त कर दिया गया है।

दिल्ली-हावड़ा रेल लाइन पर प्रसिद्ध दानापुर स्टेशन के निकट ‘ईस्ट इंडियन रेलवे’ (ईआईआर) द्वारा इसे एक ‘रेलवे इंस्टीटयूट’ के रूप में स्थापित किया गया था। कुछ दशकों पहले तक, विभिन्न प्रकार के नाटकों और भव्य सामाजिक समारोहों के आयोजन के लिए जाना जाने वाला यह भवन अब इतिहास के पन्नों में सिमट गया है।

बृहस्पतिवार को ध्वस्त करने के अभियान में शामिल दल ने लाल रंग की इस इमारत — ‘एन सी घोष इंस्टीट्यूट’ — के एक बहुत बड़े हिस्से को ध्वस्त कर दिया, जबकि एक बुलडोजर ने उस ढांचे को गिरा दिया जो लगभग एक सदी तक इस नगर की पहचान रहा था।

विडंबना यह है कि इस इमारत को गिराने की कार्रवाई ऐसे समय में हुई है, जब कुछ महीने पहले ही भारतीय रेलवे के दानापुर मंडल का शताब्दी समारोह पास के ही एक रेलवे स्टेडियम में आयोजित किया गया था।

‘एन सी घोष इंस्टीट्यूट’ की इमारत, जिसे ऐसा माना जाता है कि उसका नाम आजादी के बाद बदला गया था, को कई महीने पहले गिराने के लिए ‘‘चिह्नित’’ किया गया था। मामले से जुड़े लोगों ने पहले यह बताया था।

उन्होंने कहा था कि यह परियोजना –दानापुर और बिहटा के बीच बनने वाली एलिवेटेड रोड के लिए थी।

शहर के कई बुजुर्ग लोगों और स्थानीय निवासियों ने एक धरोहर स्थल के नष्ट होने पर दुख जताया और अधिकारियों से समग्र विकास योजना में विरासत संरक्षण को भी संवेदनशीलता से शामिल करने का आग्रह किया, क्योंकि शहर में रेलवे स्टेशन समेत कई ब्रिटिशकालीन इमारतें हैं।

अन्य पुराने ढांचों में मंडल रेलवे प्रबंधक (डीआरएम) का आधिकारिक आवास – ‘रेल सदन’, पुराना रेलवे स्कूल और अस्पताल तथा कुछ खूबसूरत चर्च के अलावा रेलवे कॉलोनियां भी शामिल हैं।

दानापुर (पहले दीनापुर) मंडल की स्थापना 1925 में हुई थी।

हालांकि पुराने संस्थान (एन सी घोष संस्थान) की इमारत के निर्माण का सही वर्ष अभी तक ज्ञात नहीं है, तथा इमारत पर किसी भी प्रकार के चिह्न खोजने के लिए पहले किए गए प्रयास भी विफल रहे, लेकिन धरोहर विशेषज्ञों ने इसे एक सौ साल पुराना ढांचा बताया है।

भारतीय रेलवे के ऐतिहासिक दानापुर मंडल को इस वर्ष एक जनवरी को 100 साल हो गये और यह लगभग 160 साल पहले स्थापित कुछ लाइन और स्टेशनों का प्रबंधन करता है।

मंडल ने 31 जनवरी को पुराने जगजीवन स्टेडियम में एक भव्य समारोह आयोजित किया, जिसमें अभिलेखीय दस्तावेजों, तस्वीरों और रेलवे कलाकृतियों के माध्यम से अपने समृद्ध इतिहास को प्रदर्शित किया गया।

दानापुर मंडल की स्थापना एक जनवरी, 1925 को हुई थी। इसका कार्यालय पटना के पास खगौल शहर में ऐतिहासिक दानापुर स्टेशन के पास 1929 में बनी एक भव्य इमारत में स्थित है।

दानापुर के पहले मंडल अधीक्षक सी. आयर्स थे, जिन्होंने एक जनवरी, 1925 को कार्यभार संभाला था। एक बोर्ड पर प्रदर्शित जानकारी के अनुसार, 1980 के दशक से इस पद को मंडल रेलवे प्रबंधक बना दिया गया था।

भाषा

देवेंद्र नरेश

नरेश

यह खबर ‘भाषा’ न्यूज़ एजेंसी से ‘ऑटो-फीड’ द्वारा ली गई है. इसके कंटेंट के लिए दिप्रिंट जिम्मेदार नहीं है.

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