लखनऊ, 14 मई (भाषा) उत्तर प्रदेश सरकार पूर्वांचल और बुंदेलखंड एक्सप्रेसवे पर राहगीरों को विश्व स्तरीय सुविधाएं देने के लिए कुल 12 ‘ई-वे हब’ का निर्माण कराएगी जिसका खाका तैयार कर लिया गया है।
राज्य सरकार द्वारा बुधवार को जारी एक बयान के मुताबिक, उत्तर प्रदेश एक्सप्रेसवे औद्योगिक विकास प्राधिकरण (यूपीडा) ने पूर्वांचल और बुंदेलखंड एक्सप्रेसवे पर उत्तम यात्री सेवाओं की उपलब्धता सुनिश्चित करने के लिए ‘ई-वे हब’ के निर्माण का मास्टर प्लान तैयार किया है।
यूपीडा द्वारा तैयार की गई कार्ययोजना के अनुसार, इन ‘ई-वे हब’ को वैश्विक मानकों के अनुरूप यात्री सुविधाओं से युक्त करने की तैयारी है।
इसमें कहा गया है कि इन ‘ई-वे हब’ पर राहगीरों को हवाई अड्डे जैसी आधुनिक सुविधाओं मिलेंगी और पूरा परिसर वातानुकूलित होगा जिसमें ज्यादा भीड़ वाले क्षेत्र में वातानुकूलन व्यवस्था बेहद उन्नत होगी।
‘ई-वे हब’ में महिलाओं व पुरुषों के लिए अलग-अलग अत्याधुनिक शौचालयों का निर्माण किया जाएगा। इसके अतिरिक्त, महिलाओं की जरूरतों के अनुसार, सैनिटरी नैपकिन वेंडिंग यूनिट, सोप डिस्पेंसर, व एंटी बैक्टीरिया सैनिटरीवेयर की स्थापना होगी।
बयान में कहा गया है कि यहां नर्सिंग रूम, ‘किड्स फ्रेंडली वॉशरूम’ तथा बच्चों को स्तनपान कराने के लिए ‘फीडिंग व चेंजिंग’ क्षेत्र भी होंगे।
इसके अलावा दिव्यांगों की सुविधा के लिए अलग यूनिट का निर्माण भी किया जाएगा जिसमें होल्डिंग बार, एंटी स्किड फ्लोरिंग व व्हीलचेयर जैसी सुविधाएं उपलब्ध होंगी।
बयान के मुताबिक, पूर्वांचल एक्सप्रेसवे पर कुल आठ ‘ई-वे हब’ बनेंगे जिसमें 299.18 करोड़ रुपये खर्च होंगे। इसके अलावा बुंदेलखंड एक्सप्रेसवे पर 126.25 करोड़ रुपये की लागत से चार ‘ई-वे हब’ का निर्माण होगा। यह इन दोनों एक्सप्रेसवे पर यात्री सुविधाओं के सबसे बड़े केन्द्र के तौर पर उभरेंगे।
भाषा सलीम नोमान
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