नयी दिल्ली आठ जून (भाषा) गार्डन ऑफ फाइव सेंसेज, दिल्ली हाट, लाल किला, कुतुब मीनार और हुमायूं का मकबरा दिल्ली में फिल्म की शूटिंग के लिए फिल्म निर्मिताओं के पसंदीदा स्थान हैं। वहीं, शहर की आम आदमी पार्टी सरकार को उसकी नयी फिल्म नीति के बारे में करीब 100 सवाल प्राप्त हुए हैं। अधिकारियों ने यह जानकारी दी।
दिल्ली फिल्म नीति, 2022 ने गति पकड़नी शुरू कर दी है। कई फिल्म निर्माताओं ने इसके ब्योरे के बारे में पूछा है और यहां तक कि कुछ ने दिल्ली पर्यटन एवं परिवहन विकास निगम (डीटीटीडीसी) के कार्यालय का दौरा भी किया है, जो 13 मई को लाई गई नीति के क्रियान्वयन के लिए नोडल एजेंसी है।
दिल्ली के उप मुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया ने शहर को कई उपायों के जरिये फिल्म निर्माण का केंद्र बनाने की नीति शुरू की थी। इन उपायों में निर्माताओं की सहायता के लिए 30 करोड़ रुपये का कोष स्थापित करना और प्रतिवर्ष एक अंतरराष्ट्रीय फिल्म उत्सव की मेजबानी करना शामिल है।
डीटीटीडीसी के एक अधिकारी ने ‘पीटीआई-भाषा’ को बताया, ‘‘अब तक 100 सवाल प्राप्त हुए हैं, जिनमें फिल्म उद्योग से जुड़े लोगों ने नीति, इसके फायदों, शूटिंग के स्थान की उपलब्धता, अनुमति, आवेदन प्रक्रिया और प्रोत्साहन राशि या सब्सिडी के बारे में जानकारी मांगी है।’’
उन्होंने कहा, ‘‘इन सवालों में, हमारे पास 10-15 ऐसे लिखित सवाल हैं जिनके शहर में फिल्म की शूटिंग के लिए अनुमति मांगने के औपचारिक आवेदन में तब्दील होने की संभावना है। ’’
अधिकारी ने बताया कि गार्डन ऑफ फाइव सेंसेज, दिल्ली हाट, लाल किला, कुतुब मीनार और हुमायूं का मकबरा फिल्म की शूटिंग के लिए पसंदीदा स्थान हैं तथा ज्यादातर सवाल इन्हीं स्थानों के बारे में पूछे गये हैं।
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सुभाष प्रशांत
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