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Tuesday, 28 October, 2025
होमदेशवो एसिड अटैक जो हुआ ही नहीं: टॉयलेट क्लीनर, 'मास्टरमाइंड' पिता और बॉलीवुड जैसी साजिश

वो एसिड अटैक जो हुआ ही नहीं: टॉयलेट क्लीनर, ‘मास्टरमाइंड’ पिता और बॉलीवुड जैसी साजिश

वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने बताया कि कॉलेज जाने वाली लड़की के पिता अकील खान, जिन्हें अब गिरफ्तार कर लिया गया है, ने अपने खिलाफ पुलिस में शिकायत दर्ज कराने वाली महिला का मामला दबाने के लिए झूठा मामला दर्ज कराने की कोशिश की थी.

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नई दिल्ली: 20 साल की ‘एसिड अटैक पीड़िता’ के पिता अकील खान ने कथित तौर पर उनके खिलाफ दायर रेप शिकायत की जांच कर रही टीम के कई फोन कॉल अनदेखा किए थे. पुलिस के अनुसार, मुकुंदपुर निवासी खान महिला को, जिसने उन पर बलात्कार और ब्लैकमेल का आरोप लगाया था, शिकायत वापस लेने के लिए मजबूर करने की साजिश रच रहे थे.

पुलिस ने बताया कि खान ने अपनी बेटी को मनाया कि वह अपने हाथों पर टॉयलेट क्लीनर डाल ले. लेकिन अब यह पूरी चालाकी से रचा गया प्लान सामने आ चुका है और खान को गिरफ्तार कर लिया गया है. उत्तर-पश्चिम दिल्ली का यह परिवार झूठी कहानी गढ़ने के आरोप में कानूनी कार्रवाई का सामना कर रहा है.

पता चला कि वह महिला—जिसने खान पर गंभीर आरोप लगाए थे—2021 से 2024 तक उनकी फैक्ट्री में काम करती थी. उसने नौकरी छोड़ दी थी, लेकिन कोई फायदा नहीं हुआ. पुलिस ने बताया कि खान ने उसके फोटो और वीडियो से उसे ब्लैकमेल किया. आखिरकार परेशान महिला ने शुक्रवार को भलस्वा डेयरी पुलिस स्टेशन में शिकायत दर्ज कराई. महिला और उसके परिवार, जिसमें उसका पति भी शामिल था, को अंदाजा नहीं था कि आगे क्या होने वाला है.

प्लान लगभग परफेक्ट था. रविवार को खान की बेटी अशोक विहार की सड़क पर दर्द से चीख उठी. राहगीरों और पुलिस को बताया गया कि तीन बाइक सवार लोगों ने, जिनमें महिला का पति भी शामिल था, ई-रिक्शा से उतरते समय उस पर एसिड फेंका. बाकी दो संदिग्धों की पहचान अरमान और ईशान के रूप में हुई.

शादीशुदा महिला ने आरोप लगाया कि उसका पति उसे पीछा कर रहा था और पहले भी दोनों में झगड़ा हुआ था. उसकी शिकायत पर मामला दर्ज किया गया.

यह केस सुर्खियों में आया और लोगों का ध्यान खींचा. लेकिन फिर सोमवार को, फिल्मों की तरह, कहानी में मोड़ आया—जब खान की गिरफ्तारी हुई.

पुराने विवाद

खान ने कथित तौर पर अपनी बेटी को—जो दिल्ली विश्वविद्यालय के नॉन-कॉलेजिएट वीमेंस एजुकेशन बोर्ड में नामांकित है—यह कहकर अपनी योजना में शामिल होने के लिए मना लिया कि अगर वह ऐसा नहीं करेगी तो उसे जेल जाना पड़ेगा. “उसका भाई (वकील) पूरी योजना को अंजाम देने में शामिल था. प्लान यह था कि महिला के पति के खिलाफ झूठा मामला दर्ज कराया जाए और फिर उस महिला पर दबाव डाला जाए कि वह खान के खिलाफ दर्ज शिकायत वापस ले ले,” उत्तर-पश्चिम दिल्ली के पुलिस उपायुक्त (डीसीपी) भिशम सिंह ने दिप्रिंट को बताया.

पुलिस के अनुसार, घटना के दिन लड़की अपने 18 वर्षीय भाई के साथ स्कूटी पर निकली थी. उसका भाई उसे लक्ष्मीबाई कॉलेज से 300 मीटर पहले छोड़ गया, जहां से वह ई-रिक्शा में बैठकर आगे गई.

उसे यह नहीं पता था कि सीसीटीवी कैमरों ने स्कूटी और ई-रिक्शा की पूरी गतिविधि रिकॉर्ड कर ली है. अपने बयान में उसने कहा था कि जब वह ई-रिक्शा में सफर कर रही थी, तभी ‘हमलावरों’ ने उसे रोका. लेकिन सीसीटीवी फुटेज में उस समय किसी बाइक सवार पुरुष को नहीं देखा गया.

जांच में शामिल एक गवाह ने बताया कि भाई-बहन की जोड़ी को इलाके में साथ देखा गया था.

“उसने अपने बैग में टॉयलेट क्लीनर रखा हुआ था. यह सब पहले से प्लान किया गया था. वह स्कूटी से उतरी, फिर ई-रिक्शा में बैठी. ई-रिक्शा से उतरने के बाद उसने बैग से टॉयलेट क्लीनर निकाला और अपने हाथों पर डाल लिया. फिर वह चिल्लाने लगी और आगे की कहानी वैसी ही चली जैसी तय थी,” डीसीपी ने कहा.

अधिकारी ने बताया कि महिला को सतही चोटें आई थीं और दीवारों पर एसिड के कोई निशान नहीं मिले—जो आम तौर पर तब होते हैं जब किसी पर एसिड फेंका जाता है. केवल एक केमिकल जमीन पर मिला, जिसके नमूने फॉरेंसिक जांच के लिए भेजे गए हैं.

योजना इतनी बारीकी से बनाई गई थी कि अरमान और ईशान को एक और वजह से फंसाया गया. पुलिस के अनुसार, उनके परिवार का खान परिवार से संपत्ति को लेकर विवाद चल रहा था. कहानी में दिलचस्प मोड़ यह है कि इन दोनों की मां खुद एक एसिड अटैक सर्वाइवर हैं. पुलिस ने बताया कि खान के रिश्तेदार इसी मामले में मुकदमे का सामना कर रहे हैं.

(इस रिपोर्ट को अंग्रेज़ी में पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें)


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