नयी दिल्ली, सात मार्च (भाषा) निर्वाचन आयोग ने विभिन्न देशों के चुनाव प्रबंधन निकायों के 150 से ज्यादा प्रतिनिधियों के लिए वाराणसी में हो रहे मतदान का सोमवार को सीधा प्रसारण किया। यह अंतरराष्ट्रीय चुनाव आंगुतक कार्यक्रम का हिस्सा है जिसका मकसद उन्हें भारत की चुनावी कवायद से रू-ब-रू कराना है।
आधे दिन चले सत्र के दौरान, उत्तर प्रदेश, गोवा, उत्तराखंड, मणिपुर और पंजाब में चुनाव गतिविधियों की रिकॉर्ड की हुई वीडियो प्रतिनिधियों को दिखाई गईं।
इसके बाद उत्तर प्रदेश के वाराणसी से एक मतदान केंद्र से चुनाव प्रक्रिया का सीधा प्रसारण किया गया।
उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव के लिए सोमवार शाम में सातवें और अंतिम चरण का मतदान संपन्न हुआ। उत्तराखंड, गोवा, मणिपुर और पंजाब में इससे पहले मतदान हो चुका है।
भारत 2012 के चुनाव से अंतरराष्ट्रीय चुनाव आंगतुक कार्यक्रम की मेज़बानी कर रहा है। अंतरराष्ट्रीय प्रतिनिधियों को मतदान केंद्र की यात्रा करने के लिए आमंत्रित किया जाता है ताकि वे चुनाव प्रक्रिया को खुद देख सकें।
प्रतिनिधियों को संबोधित करते हुए मुख्य निर्वाचन आयुक्त सुशील चंद्रा ने कहा कि कोरोना वायरस महामारी की वजह से कई चुनौतियां आईं, इसके बावजूद भारत ने पांच राज्यों में चुनाव संपन्न कराए जहां 690 विधानसभा क्षेत्रों में 18.34 करोड़ मतदाता थे और चुनाव प्रणाली अधिक समावेशी, सुलभ और भागीदारी वाली रही।
चंद्रा ने कहा कि पांच राज्यों में विधानसभा चुनाव के दौरान 1.1 करोड़ नए मतदाता जोड़े गए।
ऑस्ट्रेलिया, बहामास, बांग्लादेश, भूटान, कम्बोडिया, क्रोएशिया, इथोपिया, फिजी समेत 32 देशों के 150 से ज्यादा प्रतिनिधियों ने कार्यक्रम में हिस्सा लिया। इसके अलावा चार संगठनों ने भी इसमें शिरकत की जिनमें इंटरनेशल आईडीईए, इंटरनेशनल फाउंडेशन ऑफ इलेक्टोरल सिस्टम, एसोसिएशन ऑफ इलेक्शन बॉडीज़ और कम्यूनिटी ऑफ डेमोक्रेसिज़ शामिल हैं।
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नोमान नरेश
नरेश
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