महाकुंभ नगर, 20 जनवरी (भाषा) उत्तर प्रदेश के प्रयागराज में साधु संतों और श्रद्धालुओं के धार्मिक रीति रिवाजों के बीच एक ऐसी बस मौजूद है जिसमें महिलाओं में स्तन कैंसर की जांच की जा रही है और उन्हें स्वस्थ जीवनशैली अपनाने के प्रति प्रेरित किया जा रहा है।
सेक्टर छह में लगे मां अमृतानंदमयी मठ के विशाल शिविर के सामने खड़ी गुलाबी रंग की यह बस सभी का ध्यान आकर्षित करती है। केरल के इस मठ ने मेले में और एक बस भेजी है जिसमें ऑपरेशन और इलाज की सुविधाएं मौजूद हैं।
मां अमृतानंदमयी मठ से जुड़े संत ब्रह्मऋषि एकनाथ ने ‘पीटीआई-भाषा’ को बताया कि स्तन कैंसर की जांच ‘मैमोग्राफी’ की सुविधा वाली यह बस चार करोड़ रुपये की लागत से तैयार की गई है जिसमें जांच के लिए सभी उपकरण मौजूद हैं।
उन्होंने बताया कि 40 वर्ष की उम्र के बाद महिलाओं में स्तन कैंसर की आशंका अधिक रहती है लेकिन ज्यादातर महिलाएं संकोच के कारण जांच नहीं कराती हैं जिससे यह भयावह रूप ले लेता है। इसलिए अम्मा ने महिलाओं के लिए पहली बार महाकुंभ में यह बस भेजी है। वर्ष 2022 में फरीदाबाद में इस बस का उद्घाटन किया गया था।
उन्होंने बताया कि इसके अलावा, मां अमृतानंदमयी ने इस मेले के लिए एक चलते फिरते मिनी अस्पताल वाली बस भी भेजी है। इस बस में एक्सरे की सुविधा, पैथोलॉजी लैब, छोटे मोटे ऑपरेशन और इलाज की सुविधा उपलब्ध है। इस बस को सैटेलाइट के माध्यम से मुख्य अस्पताल से जोड़ा गया है ताकि फरीदाबाद के विशेषज्ञ डाक्टर वहीं से परामर्श दे सकें।
उन्होंने बताया कि इसके अलावा, फरीदाबाद और कोच्चि से 50 पैरामेडिकल स्टाफ आया है जो इस शिविर और मेले में बने अस्पताल में सेवा देगा। बड़ी संख्या में लोग यहां इलाज के लिए आ रहे हैं और सारी दवाइयां खत्म होने के बाद दोबारा दवाइयां मंगानी पड़ी हैं।
मां अमृतानंदमयी को अम्मा के नाम से भी जाना जाता है और उनके अनुयायी उन्हें ‘गले लगाने वाली गुरु’ मानते हैं।
भाषा राजेंद्र वैभव शोभना
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