बीजापुर, छह मई (भाषा) छत्तीसगढ़ के बीजापुर जिले में पिछले दो सप्ताह से जारी नक्सल रोधी अभियान के दौरान सुरक्षाबलों ने सोमवार को हुई एक मुठभेड़ में एक महिला नक्सली को मार गिराया। इस अभियान के दौरान अब तक चार महिला नक्सलियों के शव बरामद किये गए हैं। अधिकारियों ने मंगलवार को यह जानकारी दी।
अधिकारियों ने बताया कि जिले के कर्रेगुट्टा की पहाड़ियों और छत्तीसगढ़-तेलंगाना सीमा स्थित पहाड़ियों में 21 अप्रैल को ‘मिशन संकल्प’ नामक अभियान शुरू किया गया था, जिसमें लगभग 24 हजार जवान शामिल हैं। उन्होंने बताया कि अभियान के दौरान सोमवार को सुरक्षाबलों और नक्सलियों के बीच मुठभेड़ हुई। उन्होंने बताया कि मुठभेड़ में सुरक्षाबलों ने एक महिला नक्सली को मार गिराया।
अधिकारियों ने बताया कि सुरक्षाबलों ने घटनास्थल से महिला नक्सली का शव और 303 राइफल बरामद की है। उन्होंने बताया कि मुठभेड़ स्थल से मिले निशान से अन्य नक्सलियों के भी मारे जाने और घायल होने की संभावना है। उन्होंने बताया कि अब तक इस अभियान के दौरान पिछले 12 दिनों में चार महिला नक्सलियों के शव और अनेक हथियार बरामद किए गए हैं।
अधिकारियों ने बताया कि बीजापुर जिले के दक्षिण पश्चिम सीमावर्ती क्षेत्र अंतर्गत जंगल में नक्सलियों की मौजूदगी की सूचना के बाद सुरक्षा बल के जवानों को नक्सल रोधी अभियान पर रवाना किया गया था।
उन्होंने बताया कि बस्तर क्षेत्र में शुरू किए गए सबसे बड़े नक्सल रोधी अभियानों में से एक इस अभियान में जिला रिजर्व गार्ड, बस्तर फाइटर्स और छत्तीसगढ़ पुलिस के विशेष कार्य बल (एसटीएफ), केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल और कमांडो बटालियन फॉर रेसोल्यूट एक्शन (कोबरा) के जवान समेत विभिन्न इकाइयों के जवान शामिल हैं।
अधिकारियों ने बताया कि यह अभियान अंतरराज्यीय सीमा पर बीजापुर (छत्तीसगढ़) और मुलुगु तथा भद्राद्री-कोठागुडेम (तेलंगाना) के दोनों ओर लगभग आठ सौ वर्ग किलोमीटर के क्षेत्र में फैले दुर्गम इलाके और घने जंगल में जारी है। उन्होंने बताया कि यह स्थान राजधानी रायपुर से 450 किलोमीटर दूर स्थित है।
उन्होंने बताया कि पिछले कुछ दिनों से लगातार जारी इस महत्वपूर्ण अभियान में अब तक सैकड़ों नक्सली ठिकाने और बंकर नष्ट किए गए हैं। उन्होंने बताया कि अभियान के दौरान विभिन्न नक्सली ठिकानों और बंकरों से हजारों किलोग्राम विस्फोटक सामग्री, राशन सामग्री, दवाएं, दैनिक उपयोग की वस्तुएं और डेटोनेटर भी बरामद किए गए हैं।
अधिकारियों ने बताया, ”वर्तमान में जारी इस नक्सल रोधी अभियान से प्राप्त सभी तथ्यों और जानकारियों पर विचार करने के बाद अनुमान है कि अभियान के दौरान कई कुख्यात नक्सली या तो मारे गए हैं अथवा गंभीर रूप से घायल हुए हैं। हालांकि, कठिन भौगोलिक परिस्थितियों के कारण सुरक्षाबल मारे गए नक्सलियों के शव बरामद नहीं कर पाए हैं।”
उन्होंने बताया, ”अब तक इस अभियान के दौरान कुल चार नक्सलियों के शव बरामद किए गए हैं, जिनमें से तीन शव 24 अप्रैल को तथा एक शव पांच मई को बरामद किया गया।”
अधिकारियों ने बताया कि पिछले कुछ दिनों के अभियान के दौरान बारूदी सुरंग में विस्फोट की घटनाओं में कोबरा, एसटीएफ और डीआरजी के कुछ जवान घायल हुए हैं। सभी घायल जवान अब खतरे से बाहर हैं और विभिन्न अस्पतालों में उनका उपचार किया जा रहा है।
उन्होंने बताया कि कठिन भौगोलिक परिस्थितियों और अनेक चुनौतियों के बावजूद, सुरक्षा बल वाम उग्रवाद के खिलाफ इस निर्णायक अभियान को पूरी प्रतिबद्धता और दृढ़ संकल्प के साथ आगे बढ़ा रहे हैं। उन्होंने बताया कि अभियान लगातार जारी है।
अधिकारियों ने बताया कि जिस इलाके में अभियान चल रहा है वह पहाड़ियों के अलावा घने जंगलों से घिरा हुआ है तथा इसे माओवादियों की पीएलजीए (पीपुल्स लिबरेशन गुरिल्ला आर्मी) बटालियन नंबर एक का सुरक्षित ठिकाना माना जाता है।
उन्होंने बताया कि जानकारी मिली है कि माओवादियों की पीएलजीए बटालियन नंबर एक, तेलंगाना राज्य समिति और दंडकारण्य स्पेशल जोनल कमेटी (डीकेएसजेडसी) के पांच सौ से अधिक नक्सली अपने नेताओं के साथ इलाके में बैठक के लिए एकत्र हुए थे तथा छिपे हुए थे। उन्होंने बताया कि इनमें नक्सलियों की केंद्रीय समिति के सदस्य चंद्रना, रामचंद्र रेड्डी, सुजाता, हिडमा और पीएलजीए बटालियन कमांडर बरसे देवा शामिल है।
अधिकारियों ने बताया कि बस्तर संभाग में सुरक्षाबलों ने नक्सल रोधी अभियान के दौरान पिछले चार माह में 129 हार्डकोर नक्सलियों को मार गिराया है। उन्होंने बताया कि बस्तर संभाग में बीजापुर समेत सात जिले शामिल हैं।
भाषा सं संजीव वैभव अमित
अमित
यह खबर ‘भाषा’ न्यूज़ एजेंसी से ‘ऑटो-फीड’ द्वारा ली गई है. इसके कंटेंट के लिए दिप्रिंट जिम्मेदार नहीं है.