जयपुर, 17 फरवरी (भाषा) कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा ने बृहस्पतिवार को भाजपा पर निशाना साधते हुए कहा कि महाराणा प्रताप और अकबर की लड़ाई सत्ता संघर्ष थी और भाजपा ने इसे धार्मिक रंग दे दिया।
इस बयान पर पलटवार करते हुए भाजपा प्रदेश अध्यक्ष सतीश पूनियां ने कहा कि महाराणा प्रताप का अकबर के साथ युद्ध सत्ता के लिए संघर्ष नहीं, बल्कि राष्ट्रवाद की लड़ाई था।
नागौर में दो दिवसीय जिला स्तरीय प्रशिक्षण शिविर में कांग्रेस कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए डोटासरा ने कहा कि भाजपा ने महाराणा प्रताप और अकबर के बीच की लड़ाई को धार्मिक लड़ाई बताया, जबकि यह सत्ता के लिए संघर्ष थी।
उन्होंने आरोप लगाया कि ‘भाजपा हर चीज को धार्मिक चश्मे से देखती है।’
बैठक का एक वीडियो वायरल हुआ, जिसके बाद भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष ने कांग्रेस नेता पर पलटवार किया।
पूनियां ने ट्वीट कर कहा, ‘महाराणा प्रताप का अकबर के साथ युद्ध सत्ता के लिए संघर्ष नहीं, राष्ट्रवाद की लड़ाई था डोटासरा जी। आप पहले भी इस मुद्दे पर विवादित बयान दे चुके हैं, आखिर मुस्लिम वोटों को खोने का इतना डर क्यों है आपकी कांग्रेस पार्टी को।’
महाराणा प्रताप राजस्थान में मेवाड़ के राजपूत शासक थे। उन्होंने 1576 में आमेर के मानसिंह प्रथम के नेतृत्व में मुगल सम्राट अकबर की सेना के साथ हल्दीघाटी की लड़ाई लड़ी थी।
डोटासरा ने यह भी कहा कि भाजपा धर्म के नाम पर जनता को बांटने का काम कर रही है, चाहे राम मंदिर हो या गायों का मुद्दा।
बैठक में उन्होंने राज्य की कांग्रेस सरकार की उपलब्धियां भी गिनाईं।
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कुंज बिहारी
कुंज बिहारी पारुल
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