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Sunday, 29 September, 2024
होमदेशजम्मू कश्मीर में आतंकवादी घटनाओं में कभी कभी वृद्धि, तुरंत पाया जाता है काबू : सीआरपीएफ महानिदेशक

जम्मू कश्मीर में आतंकवादी घटनाओं में कभी कभी वृद्धि, तुरंत पाया जाता है काबू : सीआरपीएफ महानिदेशक

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नयी दिल्ली, 17 मार्च (भाषा) सीआरपीएफ के महानिदेशक (डीजी) कुलदीप सिंह ने बृहस्पतिवार को कहा कि जम्मू-कश्मीर में आतंकवादी घटनाओं में ‘निश्चित रूप से’ कभी-कभी वृद्धि होती है लेकिन सुरक्षा बल तुरंत ही उन पर काबू पा लेते हैं।

सिंह ने कहा कि सुरक्षा बलों के लिए दिसंबर और जनवरी के महीने ‘बहुत अच्छे’ रहे हैं और उनकी सफलता दर ऊंची रही है । कई बार आतंकवादी हिंसा में तेजी देखी जाती है। उन्होंने कहा, ‘आतंकवादी घटनाओं में तेजी नहीं आई है जैसा सोचा जा रहा था। हाल में 2-3 घटनाएं हुई हैं और हां, अगर आपको लगता है कि ये घटनाएं बढ़ रही हैं, तो निश्चित रूप से हां, लेकिन इस वृद्धि पर तुरंत ही काबू पा लिया गया है।’

वह 19 मार्च को जम्मू में केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल (सीआरपीएफ) का 83वां स्थापना दिवस मनाए जाने से पहले एक संवाददाता सम्मेलन को संबोधित कर रहे थे।

सीआरपीएफ की स्थापना ब्रिटिश शासन के दौरान 1939 में की गयी थी और अभी यह लगभग 3.25 लाख कर्मियों का मजबूत बल है। इसे नक्सल विरोधी अभियानों और कश्मीर में आतंकवाद विरोधी अभियानों में प्राथमिक भूमिका के साथ देश का प्रमुख आंतरिक सुरक्षा बल नामित किया गया है।

उन्होंने कहा कि बुधवार को जम्मू-कश्मीर में तीन आतंकवादी मारे गए और कुछ दिन पहले एक विदेशी आतंकवादी मारा गया था। उन्होंने कहा कि कश्मीर में ‘ऑफ-ड्यूटी’ सीआरपीएफ जवान की हत्या के मामले में, सुरक्षा बलों ने त्वरित कार्रवाई की और हमलावर को पकड़ लिया गया है।

सिंह ने कहा, ‘‘इसलिए, यह एक आवधिक बात है… लेकिन हम ऐसी घटनाओं पर काबू के लिए त्वरित और तत्काल कार्रवाई करते हैं।’ उन्होंने कहा कि ये घटनाएं ‘पूरी तरह से स्थानीय आतंकवादियों द्वारा नियंत्रित नहीं हैं बल्कि सीमा पार से भी नियंत्रित हैं।’

उन्होंने कहा, ‘जम्मू-कश्मीर में किसी को निशाना बनाने के लिए निर्देश विदेशी धरती से भी आते हैं… खुफिया सूचना भी है। लेकिन (जम्मू-कश्मीर में) स्थिति नियंत्रण से बाहर नहीं है।’

उन्होंने कहा कि जम्मू-कश्मीर को विशेष दर्जा देने वाले संविधान के अनुच्छेद 370 के निरस्त होने के बाद पथराव की घटनाएं अब घटकर ‘शून्य’ रह गई हैं और कश्मीर घाटी में सक्रिय विदेशी आतंकवादियों की संख्या भी बहुत कम है।

सीआरपीएफ के आंकड़ों के मुताबिक, जम्मू-कश्मीर में पिछले एक साल में बल द्वारा कुल 175 आतंकवादी मारे गए हैं वहीं 183 आतंकवादियों को पकड़ा गया है तथा दो ने आत्मसमर्पण किया है। मार्च 2021 से इस साल 16 मार्च तक सीआरपीएफ के तीन जवान शहीद हो गए जबकि 61 घायल हो गए।

भाषा अविनाश उमा

उमा

यह खबर ‘भाषा’ न्यूज़ एजेंसी से ‘ऑटो-फीड’ द्वारा ली गई है. इसके कंटेट के लिए दिप्रिंट जिम्मेदार नहीं है.

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