नई दिल्ली : भारतीय मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) की वैज्ञानिक सोमा सेन रॉय ने सोमवार को कहा कि दक्षिणी हरियाणा, दिल्ली, दक्षिणी यूपी, उत्तर यूपी, झारखंड, बिहार और बंगाल के लिए आज हीटवेव का अलर्ट जारी किया गया है.
सोमा सेन रॉय ने कहा, ‘हमने हरियाणा, दिल्ली, दक्षिणी यूपी, उत्तर यूपी, उत्तर एमपी, झारखंड, बिहार और बंगाल में आज के लिए लिए हीटवेव का अलर्ट जारी किया है. कल, झारखंड के अलावा किसी भी जगह के लिए हीटवेव अलर्ट नहीं दिया गया है.’ कल हीटवेव से राहत को लेकर पूछे जाने पर उन्होंने कहा, ‘हां, इसकी मजबूत संभावना है.’
उन्होंने कहा कि पश्चिमी विक्षोभ के कारण हीटवेव की स्थिति में सुधार होने की संभावना है. सोमा रॉय ने कहा, ‘उत्तर पश्चिम भारत में नमी बढ़ने से यह बदलाव हुआ है. हम उम्मीद कर रहे हैं कि राजस्थान में तापमान में थोड़ी गिरावट आएगी, लेकिन दक्षिणी हरियाणा, दक्षिणी यूपी, दिल्ली के कुछ हिस्सों, उत्तर, पूर्वोत्तर मध्य प्रदेश, झारखंड, बिहार और दक्षिणी बंगाल में हीटवेव की स्थिति बनी रहेगी. इस पूरे बेल्ट में आज भी हीटवेव की स्थिति देखने को मिल सकती है. कल से हम इसमें सुधार देखेंगे क्योंकि एक नया पश्चिमी विक्षोभ आ रहा है….इसलिए, हम उम्मीद कर रहे हैं कि इस पूरे क्षेत्र में तापमान गिरना शुरू हो जाएगा और हीटवेव की स्थिति में सुधार होगा.’
मौसम विभाग ने आज के लिए येलो अलर्ट जारी किया है.
रिपोर्ट्स के मुताबिक, चंडीगढ़ में पिछले दो दिनों से भीषण गर्मी हो रही है. रविवार को तापमान 40 डिग्री सेल्सियस को पार कर गया, सोमवार को भी तापमान 40 डिग्री सेल्सियस को पार कर सकता है.
गर्मी का प्रभाव पंजाब और हरियाणा में भी दिखा, कई जगहों पर तापमान 44 डिग्री तक रिकॉर्ड किया गया. पश्चिमी विक्षोभ के कारण पंजाब, हरियाणा और चंडीगढ़ में आने वाले दो दिनों में बारिश हो सकती है.
21 मई को, तापमान 40 डिग्री सेल्सियस से ऊपर जाने से वाराणसी में चिलचिलाती गर्मी देखी गई. स्वास्थ्य विशेषज्ञों ने भीषण गर्मी से बचने के लिए लोगों को हाइड्रेटेड रहने की सलाह दी है. राष्ट्रीय आपदा प्रबंधन प्राधिकरण के अनुसार, सामान्य अधिकतम तापमान की तुलना में हीटवेव असामान्य रूप से उच्च तापमान की अवधि होती है, जो भारत के उत्तर-पश्चिमी भागों में गर्मी के दौरान होती है.
हीटवेव आमतौर पर मार्च और जून के बीच होती है, और कभी-कभी जुलाई तक भी जाती है.
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