हैदराबाद, 22 मई (भाषा) ‘मिस वर्ल्ड 2025’ प्रतियोगिता की प्रतिभागियों को बृहस्पतिवार को यहां सरकारी कला एवं शिल्प गांव ‘शिल्पारामम’ की यात्रा के दौरान तेलंगाना की समृद्ध सांस्कृतिक विरासत की झलक देखने को मिली और इस दौरान उन्होंने मिट्टी के बर्तन बनाने, चित्रकारी और लोक नृत्य जैसी पारंपरिक कलाओं का आनंद लिया।
सुबह ठंडी-ठंडी हवा में स्थानीय कलाकारों ने बांसुरी की मधुर धुन और मृदंगम की प्रस्तुतियों के साथ प्रतिभागियों का मन मोह लिया।
कुछ प्रतिभागियों ने मिट्टी के बर्तन बनाने एवं चित्रकला में अपना हाथ आजमाया और कुछ ने भगवान कृष्ण एवं उनकी गोपियों की वेशभूषा में सजे बच्चों से बातचीत की।
कई प्रतिभागियों ने स्थानीय महिलाओं के साथ मिलकर कोलाट्टम लोक नृत्य किया जो आमतौर पर त्योहारों के दौरान मंदिर में किया जाता है।
विभिन्न देशों की प्रतिभागियों को विशिष्ट पोशाक पहने लोक गायकों ‘हरिदासुस’ से भी परिचित कराया गया जो फसल उत्सव ‘संक्रांति’ के दौरान भक्ति गीत गाते हैं।
‘मिस वर्ल्ड 2025’ प्रतियोगिता 10 मई को हैदराबाद में एक भव्य समारोह के साथ शुरू हुई थी और यह 31 मई को समाप्त होगी।
इस आयोजन का लाभ उठाते हुए तेलंगाना सरकार ने एक विस्तृत कार्य योजना तैयार की ताकि राज्य को पर्यटन और निवेश के केंद्र के रूप में प्रदर्शित किया जा सके।
प्रतिभागी प्रतिष्ठित चारमीनार, मुलुगु जिले में यूनेस्को विश्व धरोहर स्थल रामप्पा मंदिर, यादगिरिगुट्टा में प्रसिद्ध नरसिंह मंदिर और महबूबनगर जिले में 700 साल पुराने बरगद के पेड़ समेत राज्य भर के प्रमुख आकर्षक स्थलों की यात्रा कर चुकी हैं।
भाषा सिम्मी मनीषा
मनीषा
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