जयपुर/अहमदाबाद/बालासोर, 24 अप्रैल (भाषा) जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकी हमले में जान गंवाने वाले कई लोगों का बृहस्पतिवार को अंतिम संस्कार किया गया, जिन्हें परिजनों, नेताओं व आमलोगों ने नम आंखों से विदाई दी।
पहलगाम के बैसरन में मंगलवार को हुए आतंकवादी हमले में 26 पर्यटक मारे गए थे। इनमें से कई का बृहस्पतिवार को ओडिशा, गुजरात, राजस्थान और कर्नाटक में अंतिम संस्कार किया गया।
आतंकी हमले में जान गंवाने वाले पर्यटकों के पार्थिव शरीर जैसे ही उनके पैतृक स्थल पहुंचे वहां माहौल गमगीन हो गया। बड़ी संख्या में लोग अंतिम यात्रा में शामिल हुए। आतंकी घटना के विरोध में कई जगह लोगों ने अपने प्रतिष्ठान बंद रखे।
ओडिशा के बालासोर के इशानी गांव में सदमे में डूबा नौ वर्षीय तनुज अपने बड़ों के निर्देशों का पालन करते हुए अपने पिता प्रशांत सत्पथी की चिता को मुखाग्नि देते समय कुछ भी समझ नहीं पा रहा था।
प्रशांत की पत्नी प्रिया दर्शिनी गमगीन होकर किसी को भी शव को छूने नहीं दे रही थीं और शव को श्मशान ले जाने से मना कर रही थीं। वह थोड़ी-थोड़ी देर में शव से लिपट जाती थीं। बाद में वह बेहोश हो गईं।
श्मशान की तरफ जाने वाली सड़क के दोनों ओर मौजूद लोग अंतिम संस्कार के दौरान तनुज को देखकर रो पड़े। नौ साल का तनुज स्थिति को समझ नहीं पा रहा था और वह बस अपने बड़ों के दिए गए निर्देशों का पालन कर रहा था।
प्रशांत को श्रद्धांजलि देने के लिए दूर दूर से सैकड़ों लोग रेमुना ब्लॉक के इशानी गांव में एकत्र हुए थे।
मुख्यमंत्री मोहन चरण माझी, परिवहन मंत्री बिभूति भूषण जेना और बालासोर के सांसद प्रताप चंद्र सारंगी समेत सैकड़ों लोग शव यात्रा के दौरान तनुज के साथ उनके घर से लगभग एक किलोमीटर दूर श्मशान भूमि तक गए।
श्मशान में ‘जय हिंद’ और ‘प्रशांत सत्पथी अमर रहे’ के नारों के बीच तनुज ने अपने पिता की चिता को मुखाग्नि दी।
आतंकवादी हमले में मारे गए राजस्थान के रहने वाले चार्टर्ड एकाउंटेंट नीरज उधवानी (33) का झालना में अंतिम संस्कार किया गया।
झालाना स्थित मोक्ष धाम में नीरज के बड़े भाई किशोर उधवानी ने उनकी चिता को मुखाग्नि दी। नीरज की पत्नी आयुषी श्मशान घाट पर उनके पार्थिव शरीर के पास गमगीन और हाथ जोड़े खड़ी थीं। परिवार के सदस्यों के बार-बार प्रयास के बावजूद वह अपने आंसू नहीं रोक सकीं।
इससे पहले राज्यपाल हरिभाऊ बागडे, मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा, केंद्रीय मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत, विधानसभा अध्यक्ष वासुदेव देवनानी, उपमुख्यमंत्री दियाकुमारी व प्रेमचंद बैरवा, पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत, नेता प्रतिपक्ष टीकाराम जूली, कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा और अन्य नेताओं ने उधवानी के मॉडल टाउन इलाके में स्थित आवास पर जाकर शोक व्यक्त किया।
नेताओं ने शोक संतप्त परिजनों को ढांढस भी बंधाया।
परिवार के अनुसार, नीरज दुबई में सीए के पद पर कार्यरत थे। वह एक शादी समारोह में शामिल होने आए थे और सोमवार को जम्मू-कश्मीर गए थे। उनकी शादी फरवरी 2023 में हुई थी।
नीरज के पार्थिव शरीर को बुधवार रात विमान से जयपुर लाया गया।
इसी दौरान एक भावुक क्षण तब आया जब वहां मौजूदा महिला ने अपना गुस्सा जाहिर करते हुए कहा, ‘यह आपकी सरकार की विफलता है। अब यहां सुरक्षा लगाने का क्या मतलब है?’ इसके जवाब में केंद्रीय मंत्री गजेन्द्र सिंह शेखावत ने केवल हाथ जोड़ दिए।
पहलगाम में हुए आतंकी हमले में मारे गए गुजरात के तीन निवासियों का बृहस्पतिवार को उनके पैतृक शहरों में अंतिम संस्कार कर दिया गया। इस दौरान स्थानीय लोगों की भारी भीड़ उनकी अंतिम यात्रा में शामिल हुई।
गुजरात के मारे गए पर्यटकों में भावनगर शहर के यतीश परमार और उनके बेटे स्मित परमार तथा सूरत निवासी शैलेश कलाठिया शामिल हैं। बुधवार रात श्रीनगर से उनके पार्थिव शरीर गुजरात लाए गए और बृहस्पतिवार सुबह पैतृक शहरों में सभी का अंतिम संस्कार किया गया।
गुजरात के मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल बुधवार रात भावनगर पहुंचे और बृहस्पतिवार सुबह कालियाबिद इलाके स्थित परमार परिवार के घर जाकर यतीश और स्मित परमार को श्रद्धांजलि दी। इसके बाद उन्होंने परिवार के सदस्यों से मुलाकात कर अपनी संवेदना व्यक्त।
वहीं सूरत में, शैलेश कलाठिया के पार्थिव शरीर को मोटा वराछा इलाके में उनके चचेरे भाई के निवास पर रखा गया। इसके बाद सुबह अब्रामा क्षेत्र में उनका अंतिम संस्कार किया गया।
केंद्रीय मंत्री सी. आर. पाटिल और राज्य के गृह राज्य मंत्री हर्ष संघवी सहित कई जनप्रतिनिधियों ने कलाठिया को श्रद्धांजलि अर्पित की। मोटा वराछा से श्मशान तक की अंतिम यात्रा में लगभग 300 लोग शामिल हुए।
आतंकवादी हमले में मारे गए उत्तर प्रदेश के कानपुर के व्यवसायी शुभम द्विवेदी का बृहस्पतिवार पूर्वाह्न अंतिम संस्कार किया गया।
उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने घर पहुंचकर शुभम को श्रद्धांजलि दी और परिजन से मुलाकात कर संवेदना प्रकट की।
आधिकारिक सूत्रों ने बताया कि द्विवेदी का शव बुधवार देर रात कानपुर पहुंचा और बृहस्पतिवार पूर्वाह्न करीब सवा 11 बजे अंतिम संस्कार किया गया।
इससे पहले उन्हें ‘गार्ड ऑफ ऑनर’ भी दिया गया।
इस दौरान कैबिनेट मंत्री योगेंद्र उपाध्याय और राकेश सचान, कांग्रेस पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष अजय राय और कई वरिष्ठ पदाधिकारियों समेत हजारों लोग मौजूद थे।
शुभम के पार्थिव शरीर को एंबुलेंस से ग्रीन कॉरिडोर के जरिए उनके पैतृक गांव हाथीपुर ले जाया गया।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने मृतक के परिजन से मुलाकात की और उनके प्रति संवेदना प्रकट की।
आदित्यनाथ ने ‘एक्स’ पर एक पोस्ट में कहा, ‘“जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में एक कायरतापूर्ण आतंकी हमले में असमय दिवंगत हुए शुभम द्विवेदी के कानपुर स्थित उनके पैतृक आवास पर आज उन्हें अपनी श्रद्धांजलि अर्पित की एवं शोकाकुल परिजनों से भेंट कर उन्हें ढांढस बंधाया।”
उन्होंने कहा, “प्रभु श्री राम से प्रार्थना है कि दिवंगत पुण्यात्मा को अपने श्री चरणों में स्थान तथा शोक संतप्त परिजनों को यह अथाह दु:ख सहन करने की शक्ति प्रदान करें।”
पहलगाम में आंतकवादियों द्वारा धार्मिक पहचान पूछकर जिन लोगों को गोली मारी गई उनमें कर्नाटक के मंजूनाथ राव और भरत भूषण भी शामिल थे। दोनों का पुलिस सम्मान के साथ अंतिम संस्कार किया गया।
मंजूनाथ का अंतिम संस्कार शिवमोगा में किया गया जबकि भूषण का अंतिम संस्कार बेंगलुरु में किया गया। अंतिम संस्कार में मंत्री, नेता, पुलिस अधिकारी सहित बड़ी संख्या में लोग शामिल हुए।
इस दौरान लोगों ने भारत के समर्थन में नारे लगाए और देश में आतंकवाद प्रायोजित करने के लिए पाकिस्तान की निंदा की।
मंजूनाथ की पत्नी पल्लवी ने पत्रकारों से कहा कि 22 अप्रैल के आतंकवादी हमले के दोषियों को इस तरह से दंडित किया जाना चाहिए कि इससे ऐसे जघन्य अपराधों में शामिल अन्य लोग भयभीत हों।
भाषा जितेंद्र पवनेश
पवनेश
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