श्रीनगर, 24 जुलाई (भाषा) करगिल विजय दिवस की 24वीं वर्षगांठ मनाने के वास्ते 25 महिला बाइकर का दल ‘नारी सशक्तिकरण’ रैली के अंतिम चरण के तहत सोमवार को श्रीनगर से द्रास के लिए रवाना हुआ।
यह दल दिल्ली से द्रास के बीच की एक हजार किलोमीटर की दूरी सात दिन में पूरी करेगा। 25 महिलाओं के इस दल में 15 सेवारत अधिकारी, आठ सेवारत अधिकारियों की पत्नियां और दो वीर नारियां शामिल हैं। यह दल 26 जुलाई को द्रास में करगिल युद्ध नायकों को श्रद्धांजलि देगा।
यात्रा के अंतिम चरण के लिए रवाना होने से पहले बाइकर भावना अधिकारी ने ‘पीटीआई-भाषा’ से कहा, “25 महिला बाइकर का यह दल बहुत विविध है। इसमें सेवारत अधिकारी, वीर नारियां और सेवारत एवं सेवानिवृत्त कर्मियों की पत्नियां शामिल हैं। इस दल का मकसद महिला सशक्तिकरण का संदेश देना है।”
भावना ने कहा, “हमने 18 जुलाई को दिल्ली में राष्ट्रीय युद्ध स्मारक से यात्रा शुरू की थी। हमने रास्ते में पड़ने वाले स्कूलों और एनसीसी कैडट को यह संदेश व्यक्त किया। रास्ते में पड़ने वाले युद्ध स्मारकों पर हमने अपने सैनिकों को श्रद्धांजलि दी। यह हमारी यात्रा का अंतिम चरण है। हम आज शाम तक द्रास (करगिल) पहुंच जाएंगे और 26 जुलाई को करगिल विजय दिवस समारोह में हिस्सा लेंगे।”
एक अन्य बाइकर दीपाली ने कहा कि करगिल विजय दिवस की 24वीं वर्षगांठ के उपलक्ष्य में इस रैली का आयोजन किया गया है।
उन्होंने कहा, “हमने दिल्ली से अपना सफर शुरू किया था और हम करगिल तक एक हजार किलोमीटर की यात्रा करेंगे। हम अंबाला, जालंधर, उधमपुर में रुके थे और अब श्रीनगर पहुंचे हैं।”
दीपाली ने कहा कि संदेश यह है कि महिलाएं हर जगह हैं चाहे सेना हो, वायुसेना हो या नौसेना हो।
भाषा नोमान पारुल
पारुल
यह खबर ‘भाषा’ न्यूज़ एजेंसी से ‘ऑटो-फीड’ द्वारा ली गई है. इसके कंटेंट के लिए दिप्रिंट जिम्मेदार नहीं है.