नयी दिल्ली, छह सितंबर (भाषा) केंद्रीय शिक्षा मंत्री धर्मेंद्र प्रधान ने कहा है कि शिक्षक प्रशिक्षण और क्षमता निर्माण के लिए विश्वविद्यालय अनुदान आयोग (यूजीसी) की ओर से संचालित मानव संसाधन विकास केंद्रों (एचआरडीसी) को अब ‘मदन मोहन मालवीय शिक्षक प्रशिक्षण केंद्र’ के रूप में जाना जाएगा।
यूजीसी के एचआरडीसी देश के गैर-तकनीकी उच्च शिक्षा संस्थानों (एचईआई) में काम करने वाले शिक्षकों को प्रशिक्षण प्रदान करते हैं।
प्रधान ने मंगलवार को ‘मालवीय मिशन – शिक्षक प्रशिक्षण कार्यक्रम’ की शुरुआत पर कहा, ‘‘मानव संसाधन विकास केंद्रों को अब मदन मोहन मालवीय शिक्षक प्रशिक्षण केंद्र के रूप में जाना जाएगा, जो 15 लाख से अधिक शिक्षकों की क्षमता निर्माण में सीधे योगदान देगा।’’
केंद्रीय क्षेत्र की योजना ‘पंडित मदन मोहन मालवीय राष्ट्रीय शिक्षक एवं शिक्षण मिशन’ (पीएमएमएमएनएमटीटी) 2014 में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी द्वारा शुरू की गई थी।
प्रधान ने कहा, ‘‘शिक्षा मंत्रालय राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 के उद्देश्य को पूरा करने के लिए एचआरडीसी और पीएमएमएमएनएमटीटी केंद्रों के बीच तालमेल को मजबूत करना चाहता है।’’
उन्होंने कहा, ‘‘मालवीय मिशन के एक भाग के रूप में 110 (66 एचआरडीसी और 44 पीएमएमएमएनएमटीटी) संस्थानों की पहचान की गई है। इन केंद्रों को मालवीय मिशन केंद्र कहा जाएगा।’’
भाषा शफीक देवेंद्र
देवेंद्र
यह खबर ‘भाषा’ न्यूज़ एजेंसी से ‘ऑटो-फीड’ द्वारा ली गई है. इसके कंटेंट के लिए दिप्रिंट जिम्मेदार नहीं है.