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सोमवार, 9 जून, 2025
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शिक्षक भर्ती विवाद: विपक्षी दलों ने पश्चिम बंगाल में प्रदर्शन किया

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कोलकाता, आठ अप्रैल (भाषा) पश्चिम बंगाल में विपक्षी दलों भारतीय जनता पार्टी (भाजपा), मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी (माकपा) और कांग्रेस के कार्यकर्ताओं ने मंगलवार को कोलकाता और हावड़ा की सड़कों पर प्रदर्शन किया और उच्चतम न्यायालय द्वारा 25,000 से अधिक स्कूली नौकरियों को रद्द करने के बाद मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के इस्तीफे की मांग की।

माकपा की छात्र शाखा, भाजपा के युवा मोर्चे और कांग्रेस ने अलग-अलग दोनों शहरों की मुख्य सड़कों को अवरुद्ध किया।

उच्चतम न्यायालय ने तीन अप्रैल को कलकत्ता उच्च न्यायालय के 2024 के फैसले को बरकरार रखा, जिसमें 2016 के स्कूल सेवा आयोग (एसएससी) भर्ती अभियान के माध्यम से नियुक्त 25,753 शिक्षण और गैर-शिक्षण कर्मचारियों की भर्ती को रद्द कर दिया गया था और पूरी चयन प्रक्रिया को ‘‘दोषपूर्ण’’ करार दिया था।

न्यायालय के इस फैसले के बाद बेरोजगार हुए लोगों ने दावा किया कि एसएससी धोखाधड़ी से रोजगार हासिल करने वाले अयोग्य उम्मीदवारों और ऐसा नहीं करने वाले योग्य उम्मीदवारों के बीच अंतर नहीं कर पाई जो उनकी दुर्दशा का कारण बना है।

कोलकाता में भारतीय जनता युवा मोर्चा (भाजयुमो) के लगभग 100 कार्यकर्ताओं ने मुख्यमंत्री के इस्तीफे की मांग करते हुए एमजी रोड-सेंट्रल एवेन्यू क्रॉसिंग को लगभग एक घंटे तक जाम रखा।

पच्चीस हजार से अधिक स्कूल कर्मचारियों की नौकरियों को अमान्य करने के लिए बनर्जी को जिम्मेदार ठहराते हुए इन पार्टी कार्यकर्ताओं ने उनके इस्तीफे की मांग की और दावा किया कि राज्य सरकार द्वारा दागी और बेदाग कर्मचारियों को अलग करने में विफलता के कारण वर्तमान स्थिति पैदा हुई है।

पुलिस ने कहा कि विरोध प्रदर्शन काफी हद तक शांतिपूर्ण रहा, लेकिन कुछ समय के लिए वाहनों की आवाजाही बाधित हुई।

भाषा सुरभि माधव

माधव

यह खबर ‘भाषा’ न्यूज़ एजेंसी से ‘ऑटो-फीड’ द्वारा ली गई है. इसके कंटेंट के लिए दिप्रिंट जिम्मेदार नहीं है.

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