अमरावती, 11 फरवरी (भाषा) आंध्र प्रदेश पुलिस की अपराध जांच विभाग ने तेलुगू देशम पार्टी के विधान पार्षद पी अशोक बाबू को डिग्री प्रमाणपत्र में कथित फर्जीवाड़े और सेवा रिकॉर्ड से छेड़छाड़ के एक पुराने मामले में बृहस्पतिवार की आधी रात को गिरफ्तार किया। पुलिस ने इसकी जानकारी दी ।
अपराध जांच विभाग की अधीक्षक जी आर राधिका ने बयान जारी कर बताया कि लोकायुक्त के निर्देश पर तेदेपा विधान पार्षद पी अशोक बाबू के खिलाफ सेवा रिकॉर्ड में गलत जानकारी दर्ज करने के लिए मामला दर्ज किया है । सालों पहले जब वह सहायक वाणिज्यिक कर अधिकारी के पद पर तैनात थे तब उन्होंने कथित रूप से गलत जानकारी दर्ज की थी ।
अशोक बाबू ने अपनी शैक्षणिक योग्यता बीकॉम दिखायी थी जबकि उनके पास यह डिग्री नहीं थी ।
उनके खिलाफ भादंवि की धारा 477 ए, 465 एवं 420 एंव कुछ अन्य प्रावधानों के तहत मामला दर्ज किया गया था ।
सीआईडी अधीक्षक ने कहा, ‘‘अशोक बाबू ने गलत तरीके से दावा किया था कि वह स्नातक हैं और उन्होंने अपने चुनावी हलफनामे में लंबित मामलों का उल्लेख किया था। विभाग ने निष्कर्ष निकाला था कि उनके खिलाफ कोई मामला लंबित नहीं है ।’’
अधिकारी ने बताया, ‘‘हमने अशोक बाबू के खिलाफ रिकॉर्ड से छेड़छाड़ से संबंधित महत्वपूर्ण सबूत जुटाए हैं। उसके बाद ही हमने उन्हें गिरफ्तार किया था ।’’
मामले में सरकार पर बरसते हुये तेदेपा प्रमुख एन चंद्रबाबू नायडू ने आरोप लगाया कि विधान पार्षद को केवल इसलिए गिरफ्तार किया गया क्योंकि उन्होंने वेतन संशोधन पर आंदोलन के दौरान कर्मचारियों का समर्थन किया था। भाषा रंजन रंजन उमा
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