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Monday, 3 November, 2025
होमदेशसोना गायब होने संबंधी विवाद के बाद सबरीमला में सहायक पुजारियों की जांच को सख्त करेगा टीडीबी

सोना गायब होने संबंधी विवाद के बाद सबरीमला में सहायक पुजारियों की जांच को सख्त करेगा टीडीबी

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तिरुवनंतपुरम, तीन नवंबर (भाषा) त्रावणकोर देवस्वओम बोर्ड (टीडीबी) सबरीमला में सहायक पुजारियों की नियुक्ति के दौरान उनकी जांच और निगरानी प्रक्रिया को सख्त करेगा। मंदिर प्रबंधन निकाय ने यह जानकारी दी।

टीडीबी के अध्यक्ष पी एस प्रशांत ने यहां पत्रकारों से कहा कि भविष्य में पुजारियों की नियुक्ति उनकी पूरी पृष्ठभूमि की जांच के बाद ही की जाएगी और वे मंदिर निकाय की सतर्कता शाखा की कड़ी निगरानी में रहेंगे।

सबरीमला मंदिर से कथित तौर पर सोना गायब होने और इस मामले के मुख्य आरोपी उन्नीकृष्णन पोट्टी की भूमिका से जुड़े विवाद के मद्देनजर टीडीबी अध्यक्ष ने अपना रुख स्पष्ट किया। पोट्टी ने मंदिर के कार्यों का प्रायोजक बनने से पहले सहायक पुजारी के रूप में काम किया था।

प्रशांत ने कहा, ‘‘सबरीमला में सहायक पुजारियों की नियुक्ति के मामले में टीडीबी सतर्कता विभाग द्वारा कड़ी जांच और निगरानी की जाएगी। इसमें कोई संदेह नहीं है।’’

उन्होंने यह भी स्पष्ट किया कि सभी मौजूदा सहायक पुजारियों को अचानक हटाकर उनकी जगह देवस्वओम सहायक पुजारियों की नियुक्ति करना संभव नहीं है।

प्रशांत ने कहा कि टीडीबी का लक्ष्य सबरीमला में देवस्वओम पैनल से कम से कम कुछ सहायक पुजारियों की नियुक्ति करना है।

उन्होंने कहा कि बोर्ड की बैठक में इस मामले पर बाद में चर्चा की जाएगी।

प्रशांत ने यह भी स्वीकार किया कि नियुक्ति प्रक्रिया में व्यापक बदलाव करने में टीडीबी को कुछ बाधाओं का सामना करना पड़ रहा है, क्योंकि यह कार्य उच्चतम न्यायालय और उच्च न्यायालय के निर्णयों के अनुसार किया जा रहा है।

केरल उच्च न्यायालय ने सबरीमला में द्वारपालक (संरक्षक देवता) की मूर्तियों पर सोने की परत चढ़ी तांबे की प्लेटों के कम वजन से संबंधित कथित अनियमितताओं की जांच के लिए एक विशेष जांच दल (एसआईटी) का गठन किया है।

भाषा

सिम्मी मनीषा

मनीषा

यह खबर ‘भाषा’ न्यूज़ एजेंसी से ‘ऑटो-फीड’ द्वारा ली गई है. इसके कंटेंट के लिए दिप्रिंट जिम्मेदार नहीं है.

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