चंडीगढ़, 28 अप्रैल (भाषा) पंजाब पुलिस ने 31 मई तक मादक पदार्थों की तस्करी को समाप्त करने का महत्वाकांक्षी लक्ष्य निर्धारित किया है। पुलिस प्रमुख ने सभी वरिष्ठ अधिकारियों को मादक पदार्थों की आपूर्ति के तरीकों को प्रभावी ढंग से समाप्त करने के लिए योजना बनाने का निर्देश दिया है।
पंजाब के पुलिस महानिदेशक (डीजीपी) गौरव यादव ने समयसीमा पर लक्ष्य हासिल करने के लिए सख्त रवैया अपनाया। उन्होंने घोषणा की कि वरिष्ठ पुलिस अधीक्षकों (एसएसपी) और पुलिस आयुक्तों (सीपी) को उनके अच्छे काम के लिए पुरस्कृत किया जाएगा और अगर उनका प्रदर्शन उम्मीद के मुताबिक नहीं रहा तो उन्हें जवाबदेह ठहराया जाएगा।
संवाददाताओं को संबोधित करते हुए यादव ने कहा कि पंजाब को नशा मुक्त राज्य बनाया जाएगा और मादक पदार्थ की उपलब्धता पूरी तरह खत्म कर दी जाएगी।
डीजीपी ने कहा कि यह निर्णय सोच-समझकर कर और मुख्यमंत्री भगवंत मान द्वारा नशा विरोधी अभियान ‘युद्ध नश्यां विरुद्ध’ की समीक्षा किए जाने के बाद लिया गया है।
यादव ने कहा, ‘हमने सभी पुलिस अधिकारियों को इस अभियान का नेतृत्व करने को कहा है ताकि पंजाब को सही मायने में नशा मुक्त बनाया जा सके।’
पुलिस प्रमुख ने स्पष्ट किया कि वरिष्ठ पुलिस अधीक्षकों और पुलिस आयुक्तों को निर्देश दिया गया है कि वे जो भी आवश्यक समझें, उसकी योजना बनाएं और उसे क्रियान्वित करें तथा इस समस्या को समाप्त करने के लिए एक लक्ष्य तिथि तय करें, लेकिन यह 31 मई से आगे नहीं बढ़नी चाहिए।
उन्होंने जोर देकर कहा कि इसका उद्देश्य 31 मई से पहले सभी मादक पदार्थों की आपूर्ति के तरीकों को प्रभावी ढंग से समाप्त करना है।
यादव ने कहा कि समय सीमा समाप्त होने के बाद जमीनी स्तर पर वास्तविक स्थिति जानने के लिए गहन क्षेत्रीय आकलन किया जाएगा।
पुलिस प्रमुख ने कहा, ‘जो अधिकारी अच्छा प्रदर्शन करेंगे उन्हें पुरस्कृत किया जाएगा और जो अधिकारी असंतोषजनक परिणाम देंगे या खराब प्रदर्शन करेंगे, उन्हें जवाबदेह ठहराया जाएगा।’
उन्होंने कहा कि पुलिस बल पूरी तरह से पेशेवर तरीके से लक्ष्य हासिल करना चाहता है।
डीजीपी ने कहा, ‘हमारा उद्देश्य मादक पदार्थ तस्करों की वित्तीय रीढ़ को तोड़ना है… हवाला नेटवर्क को समाप्त किया जाना चाहिए। हमने 31 हवाला ऑपरेटर को गिरफ्तार किया है और हवाला के आठ करोड़ रुपये जब्त किए हैं।’
उन्होंने कहा ‘‘हमारा ध्यान आंकड़ों पर आधारित लक्ष्य पर नहीं है बल्कि हम चाहते हैं कि मादक पदार्थ की आपूर्ति श्रृंखला पूरी तरह खत्म हो जाए ताकि राज्य में यह उपलब्ध ही न हो।’’
भाषा योगेश नरेश मनीषा
मनीषा
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