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Monday, 18 August, 2025
होमदेशसी पी राधाकृष्णन को उपराष्ट्रपति पद का उम्मीदवार बनाने से तमिलनाडु को कोई लाभ नहीं होगा : द्रमुक

सी पी राधाकृष्णन को उपराष्ट्रपति पद का उम्मीदवार बनाने से तमिलनाडु को कोई लाभ नहीं होगा : द्रमुक

केंद्र की भाजपा सरकार पर तमिलनाडु का ‘‘हर तरीके से अपमान’’ करने का आरोप लगाते हुए इलानगोवन ने कहा कि राधाकृष्णन का नामांकन ऐसे समय में हुआ है जब राज्य में मार्च-अप्रैल 2026 में विधानसभा चुनाव होने हैं.

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चेन्नई: द्रमुक के वरिष्ठ नेता टी.के.एस. इलानगोवन ने सोमवार को कहा कि भाजपा द्वारा महाराष्ट्र के राज्यपाल सी.पी. राधाकृष्णन को उपराष्ट्रपति पद के लिए उम्मीदवार नामित करने से तमिलनाडु को ‘‘कोई फायदा’’ नहीं होने वाला है.

राज्यसभा के पूर्व सदस्य इलानगोवन ने सवाल किया कि द्रमुक को राधाकृष्णन के नामांकन का समर्थन क्यों करना चाहिए. उन्होंने कहा कि उनकी पार्टी इस मामले में विपक्षी गठबंधन ‘इंडिया’ (इंडियन नेशनल डेवलपमेंटल इन्क्लूसिव अलायंस) के फैसले का पालन करेगी, जिसमें द्रमुक एक प्रमुख सहयोगी है.

उन्होंने कहा, ‘‘राधाकृष्णन का नामांकन उनके लिए एक पदोन्नति है, लेकिन तमिलनाडु के लिए इसका कोई भला नहीं होने वाला है.’’

केंद्र की भाजपा सरकार पर तमिलनाडु का ‘‘हर तरीके से अपमान’’ करने का आरोप लगाते हुए इलानगोवन ने कहा कि राधाकृष्णन का नामांकन ऐसे समय में हुआ है जब राज्य में मार्च-अप्रैल 2026 में विधानसभा चुनाव होने हैं.

उन्होंने कहा कि भाजपा नेतृत्व ने एक तमिल को नामित किया है ताकि यह दावा किया जा सके कि उसने तमिलों के लिए अच्छा काम किया है.

इलानगोवन ने कहा, ‘‘इसके अलावा, (नए उपराष्ट्रपति का) कार्यकाल भी केवल लगभग दो वर्ष का होगा, जो जगदीप धनखड़ के कार्यकाल की शेष अवधि है.’’

यह खबर ‘भाषा’ न्यूज़ एजेंसी से ‘ऑटो-फीड’ द्वारा ली गई है. इसके कंटेंट के लिए दिप्रिंट जिम्मेदार नहीं है.

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