चेन्नई, दो फरवरी (भाषा) अम्मा मक्कल मुनेत्र कषगम (एएमएमके) के प्रमुख टी टी वी दिनाकरन ने रविवार को कहा कि अन्ना विश्वविद्यालय में छात्रा के यौन उत्पीड़न मामले में प्राथमिकी के कथित तौर पर लीक होने की जांच के संबंध में एसआईटी को पत्रकारों को डराना और उनके मोबाइल फोन जब्त करना बंद करना चाहिए।
दिनाकरन ने कहा कि उच्चतम न्यायालय के आदेश के खिलाफ व्हाट्सऐप के माध्यम से समन भेजना, पूछताछ के लिए पुलिस के सामने आने वाले पत्रकारों से गैर संबंधित सवाल पूछकर उन्हें डराना और उनके मोबाइल फोन जब्त करना अत्यंत निंदनीय है।
दिनाकरन ने ‘एक्स’ पर एक पोस्ट में कहा कि विशेष जांच दल (एसआईटी) और तमिलनाडु पुलिस छात्रा के यौन उत्पीड़न मामले में ‘‘असली अपराधियों’’ की तलाश करने और उन्हें न्याय के कठघरे में लाने के लिए निष्पक्ष जांच करे।
उन्होंने कहा कि पुलिस पूछताछ के लिए आने वाले पत्रकारों को परेशान न करे और उनके मोबाइल को जब्त न करे।
पत्रकारों ने एसआईटी पर ‘‘उत्पीड़न’’ का आरोप लगाते हुए एक फरवरी को चेन्नई प्रेस क्लब परिसर में विरोध प्रदर्शन किया।
भाषा नेत्रपाल राजकुमार
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