इरोड (तमिलनाडु), आठ मार्च (भाषा) तमिलनाडु में कथित तौर पर अंतरजातीय विवाह को लेकर की गई हत्या (ऑनर किलिंग) के एक मामले में गिरफ्तार एक दंपती को शुक्रवार को सत्यमंगलम की एक अदालत के समक्ष पेश किया गया और न्यायिक मजिस्ट्रेट ने पति-पत्नी को 15 दिनों के लिए न्यायिक हिरासत में भेज दिया।
भवानीसागर पुलिस ने चंद्रन (47) और उसकी पत्नी चित्रा (40) को बृहस्पतिवार को गिरफ्तार किया था और उनके खिलाफ भारतीय दंड संहिता की धारा 302 (हत्या), धारा 307 (हत्या की कोशिश), धारा 326 (गंभीर रूप से घायल करने) और अनुसूचित जाति/अनुसूचित जनजाति अत्याचार निवारण अधिनियम की धाराओं के तहत प्राथमिकी दर्ज की थी।
पुलिस के मुताबिक, भवानीसागर के एरनकत्तूर निवासी सुभाष (24) बुधवार को अपनी 16-वर्षीया बहन हारिणी को अपने दोपहिया वाहन से सत्यमंगलम स्थित स्कूल छोड़ने जा रहा था, तभी एरनकत्तूर वीवर्स कॉलोनी के पास पीछे से आ रहे एक सामान ढोने वाले वाहन ने उन्हें टक्कर मार दी।
पुलिस ने बताया कि शुरुआत में दुर्घटना के कारण हुई मौत का मामला दर्ज किया गया। लेकिन बाद में सुभाष के रिश्तेदारों ने बताया कि उसके ससुर चंद्रन और सास चित्रा उनकी बेटी मंजू से सुभाष की शादी के खिलाफ थे, क्योंकि दोनों अलग-अलग जाति के थे। रिश्तेदारों ने पुलिस को बताया कि दंपती कुछ दिनों से अपने घर से लापता है।
सुभाष ने सात अक्टूबर 2023 को मंजू से शादी की थी। सुभाष अनुसूचित जाति के तहत आने वाली कुरवा जाति का था, जबकि मंजू का परिवार गौंडर जाति से ताल्लुक रखता है।
पुलिस ने बताया कि चंद्रन और चित्रा ने सुभाष की हत्या की योजना बनाई, जिसके तहत बुधवार को चंद्रन अपनी पत्नी चित्रा के साथ सामान ढोने वाले वाहन से रवाना हुआ और उन्होंने ‘दुर्घटना’ को अंजाम दिया।
पुलिस ने बताया कि हारिणी के सिर में गंभीर चोटें आई थीं जबकि सुभाष भी घायल हो गया था। दोनों को सत्यमंगलम के एक निजी अस्पताल में भर्ती कराया गया, जहां हारिणी की बुधवार की रात मौत हो गई, जबकि सुभाष का कोयंबटूर के एक निजी अस्पताल में इलाज चल रहा है।
पुलिस ने शुरुआती जांच के आधार पर प्राथमिकी में दर्ज ‘दुर्घटना से हुई मौत’ को बदलकर ‘हत्या का मामला’ कर दिया और सुभाष के ससुराल के लोगों को पकड़ने के लिए बुधवार की रात तीन टीम गठित की।
पुलिस ने आरोपी दंपती को बृहस्पतिवार को उदगमंडलम से गिरफ्तार किया।
भाषा धीरज सुरेश
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