चेन्नई, दो जून (भाषा) तमिलनाडु के मुख्यमंत्री एम. के. स्टालिन ने सोमवार को सरकारी और सहायता प्राप्त स्कूलों के छात्रों के बीच शैक्षणिक वर्ष 2025-26 के लिए पाठ्यपुस्तकों, नोटबुक, पोशाक और स्टेशनरी वितरित किए जाने के मकसद से आयोजित कार्यक्रम की शुरुआत की।
गर्मियों की लंबी छुट्टी के बाद आज (सोमवार) को स्कूल फिर से खुल गए हैं। स्कूल शिक्षा विभाग ने सरकारी शैक्षणिक संस्थानों में छठी से 12वीं कक्षा तक के छात्रों के लिए सप्ताह में एक बार विद्वान तिरुवल्लुवर द्वारा रचित तमिल ग्रंथ थिरुक्कुरल पर आधारित नैतिकता की कक्षाएं आयोजित करना अनिवार्य कर दिया है।
यहां जारी एक आधिकारिक विज्ञप्ति में कहा गया है कि 311 करोड़ रुपये की लागत से लगभग 4.3 करोड़ पाठ्यपुस्तकें, 457 करोड़ रुपये की लागत से 1.3 करोड़ पोशाक, 162 करोड़ रुपये की लागत से लगभग 9.6 करोड़ नोटबुक और 211 करोड़ रुपये की लागत से अन्य सामग्री विद्यार्थियों के बीच वितरित की जाएगी।
स्टालिन ने यहां ‘लेडी विलिंगटन गवर्नमेंट मॉडल गर्ल्स हायर सेकेंडरी स्कूल’ में इन सामग्री के वितरण कार्यक्रम का आरंभ करने के बाद छात्राओं के साथ संक्षिप्त बातचीत की।
इस कार्यक्रम के दौरान राज्य के मंत्री पी. के. शेखर बाबू, स्कूल शिक्षा मंत्री अंबिल महेश पोय्यामोझी, स्थानीय मेयर आर. प्रिया, तमिलनाडु पाठ्यपुस्तक और शैक्षिक सेवा निगम के अध्यक्ष डिंडीगुल आई लियोनी और कई सरकारी अधिकारी मौजूद थे।
भाषा यासिर अविनाश
अविनाश
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