(तस्वीरों के साथ)
चेन्नई, 19 जुलाई (भाषा) तमिलनाडु के दिवंगत मुख्यमंत्री एम करुणानिधि के बड़े बेटे और राज्य के मौजूदा मुख्यमंत्री एम के स्टालिन के बड़े भाई एम के मुथु का शनिवार को उम्र संबंधी बीमारियों के कारण निधन हो गया। वह 77 वर्ष के थे। उनके परिवार के सदस्यों ने यह जानकारी दी।
मुथु एक अभिनेता व पार्श्व गायक थे और उन्होंने तमिल फिल्म उद्योग में अपनी एक अलग पहचान बनाई।
मदुरै में एक कार्यक्रम में भाग लेने के दौरान दुखद समाचार सुनने के बाद उनकी सांसद बहन कनिमोई उन्हें अंतिम श्रद्धांजलि देने के लिए चेन्नई लौट आईं।
स्टालिन और उनके उपमुख्यमंत्री पुत्र उदयनिधि मुथु को श्रद्धांजलि देने के लिए यहां उनके आवास पर पहुंचे।
वर्ष 1948 में जन्में मुथु के पार्थिव शरीर को करुणानिधि के गोपालपुरम स्थित आवास पर रखा गया ताकि जनता उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित कर सके।
पूर्व राज्यपाल डॉ. तमिलिसाई सौंदरराजन, राज्य के मंत्रियों, सांसदों, विधायकों, पार्टी सदस्यों, अभिनेताओं और आम जनता सहित कई राजनीतिक दलों के नेताओं ने उन्हें अंतिम श्रद्धांजलि अर्पित की।
गोपालपुरम से शव यात्रा निकालने के बाद शाम को बेसेंट नगर स्थित विद्युत शवदाह गृह में मुथु का अंतिम संस्कार किया गया। स्टालिन अपने बड़े भाई एम.के. अलागिरी के साथ उन सैकड़ों परिवार के सदस्यों और शुभचिंतकों में शामिल थे जिन्होंने बूंदाबांदी के बावजूद अंतिम यात्रा में भाग लिया।
स्टालिन ने मुथु के निधन पर शोक जताया। उन्होंने कहा, ”आज सुबह मेरे प्रिय भाई और ‘कलैगनार’ (करुणानिधि) परिवार के ज्येष्ठ पुत्र एम. के. मुथु के निधन की खबर (आकाशीय) बिजली की तरह मेरे ऊपर गिरी। मेरे प्रिय भाई, जिन्होंने मुझे माता-पिता जैसा स्नेह दिया, को खोने का गम मुझे अंदर तक व्यथित कर रहा है।”
करुणानिधि ने अपने पिता मुथुवेल की स्मृति में उनका नाम मुथु रखा था।
मुख्यमंत्री ने सोशल मीडिया मंच ‘एक्स’ पर एक पोस्ट में कहा, ‘‘कलैगनार की तरह, भाई मुथु ने भी युवावस्था से ही नाटकों के माध्यम से द्रविड़ आंदोलन में योगदान दिया। अभिनय और संवाद अदायगी में उनकी अपनी अनोखी शैली थी। इसी ऊर्जा और उत्साह के कारण, उन्होंने 1970 में फिल्म उद्योग में कदम रखा। उन्होंने अपनी पहली फिल्म में दोहरी भूमिका निभाई।’’
उन्होंने कहा कि मुथु को तमिल प्रशंसकों के दिलों में उनकी फिल्मों-पिल्लैयो पिल्लई, पूकारी, समयालकरन और अन्याविलक्कु के माध्यम से हमेशा याद किया जाएगा।
स्टालिन ने कहा, ‘‘उनमें एक खास गुण था जो कई अभिनेताओं में नहीं होता। उनमें अपनी आवाज में मधुरता से गाने की क्षमता थी।
स्टालिन ने कहा कि वह हमेशा उनके प्रति स्नेही रहे और प्रोत्साहित करते रहे। उन्होंने कहा कि उनके भाई भले ही अब इस दुनिया में नहीं हैं, लेकिन वह कला, गीतों और संगीत के माध्यम से हमेशा लोगों के दिलों में जीवित रहेंगे।
इससे पहले, केंद्रीय मंत्री एल मुरुगन और अन्नाद्रमुक महासचिव ई.के. पलानीस्वामी ने मुथु के शोक संतप्त परिवार के सदस्यों के प्रति अपनी हार्दिक संवेदना और सहानुभूति व्यक्त की।
भाषा संतोष शफीक
शफीक
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