(तस्वीर के साथ)
इरोड, पांच फरवरी (भाषा) तमिलनाडु विधानसभा की इरोड पूर्व पर उपचुनाव बुधवार को शांतिपूर्ण संपन्न हो गया और करीब 65 प्रतिशत मतदाताओं ने अपने मताधिकार का इस्तेमाल किया। निर्वाचन अधिकारियों ने यह जानकारी दी।
अधिकारियों ने बताया कि इरोड पूर्व सीट पर कराए गए उपचुनाव में मतदान करने के लिए लोग उत्साहपूर्वक मतदान केंद्रों पर पहुंचे और जो लोग मतदान का समय समाप्त होने के समय कतार में थे, उन्हें टोकन जारी किए गए और मतदान करने की अनुमति दी गई। उन्होंने बताया कि मतदान सुबह सात बजे से शाम छह बजे तक हुआ तथा दोपहर के समय मतदान की गति धीमी रही।
मतदान के दौरान एक महिला मतदाता ने आरोप लगाया कि किसी ने उसके नाम पर मतदान किया है। इस बीच राज्य में सत्तारूढ़ द्रविड़ मुनेत्र कषगम (द्रमुक) और नाम तमिझर काची (एनटीके) के बीच आरोप-प्रत्यारोपों का दौर चलता रहा और उन्होंने कुछ समय के लिए यातायात को भी बाधित किया गया, जिससे तनाव की स्थिति पैदा हो गई।
जिला कलेक्टर सह जिला निर्वाचन अधिकारी राजा गोपाल सुंकरा ने बताया कि मतदान शांतिपूर्ण ढंग से जारी है। उन्होंने बताया कि दोपहर एक बजे तक क्षेत्र के कुल 237 मतदान केंद्रों पर 42.41 प्रतिशत लोगों ने मतदान किया। आधिकारिक सूत्रों ने बताया कि मतदान प्रतिशत बाद में बढ़कर 50 प्रतिशत को पार कर गया।
सीट पर 44 निर्दलीय उम्मीदवारों सहित 46 उम्मीदवार मैदान में हैं जिसके कारण तीन ईवीएम का इस्तेमाल किया गया। हालांकि, मुख्य मुकाबला सत्तारूढ़ द्रमुक के वीसी चंद्रकुमार और तमिल राष्ट्रवादी पार्टी एनटीके की एम के सीतालक्ष्मी के बीच माना जा रहा है।
मुख्य विपक्षी दल ऑल इंडिया अन्ना द्रविड़ मुनेत्र कषगम (अन्नाद्रमुक) समेत विपक्षी दलों ने चुनाव का बहिष्कार किया है। राज्य पुलिस और केंद्रीय सशस्त्र पुलिस बलों के जवानों को पर्याप्त संख्या में तैनात किया गया था।
इरोड पूर्व विधानसभा क्षेत्र में कुल 2,27,546 मतदाता हैं और नौ मतदान केंद्रों को संवेदनशील घोषित किया गया है, जहां अतिरिक्त सुरक्षा कर्मियों को तैनात किया गया है।
अधिकारियों ने बताया कि ब्राह्मण पेरिया अग्रहारम मतदान केंद्र पर एक ईवीएम में तकनीकी खराबी के कारण मतदान दस मिनट के लिए रोक दिया गया था। खराब मशीन को नई मशीन से बदल दिया गया है।
निर्वाचन अधिकारियों के मुताबिक शाम करीब 4.30 बजे कुछ एनटीके सदस्य वीरप्पनचत्रम मतदान केंद्र में घुस आए और मतदान अधिकारी से शिकायत की कि द्रमुक सदस्य फर्जी मतदान में संलिप्त हैं। द्रमुक के कुछ बूथ एजेंटों ने आरोपों से इनकार किया और दावा किया कि अन्य क्षेत्रों से 40 से अधिक एनटीके सदस्य फर्जी वोट डालने की कोशिश कर रहे थे।
अधिकारियों के हस्तक्षेप पर दोनों समूह सड़क पर आ गए और पुलिस अधिकारियों की मौजूदगी में एक-दूसरे पर आरोप-प्रत्यारोप लगाने लगे तथा दोनों पक्ष सड़क पर बैठ गए।
पुलिस ने उन्हें वहां से हटा दिया और मतदान अधिकारी से लिखित शिकायत करने को कहा।
इस बीच, एनटीके उम्मीदवार सीतालक्ष्मी ने आरोप लगाया कि द्रमुक के पक्ष में लगभग सभी मतदान केंद्रों पर फर्जी वोट डाले गए।
भाषा धीरज प्रशांत
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