नई दिल्ली: ताजमहल विवाद पर जयपुर के पूर्व शाही परिवार की सदस्य और भाजपा सांसद दीया कुमारी ने बुधवार को दवा करते हुए कहा कि, ‘आगरा में जिस जमीन पर ताजमहल बना है उस ज़मीन पर पहले महल था जिसपर शाहजहां ने कब्ज़ा किया था. उसके बदले में कुछ मुआवजा दिया गया था. हमारे पास उसके दस्तावेज़ हैं. उस समय ऐसा कोई क़ानून नहीं था कि आप अपील कर सकते हैं.’
इसके साथ ही दीया कुमारी ने ताजमहल के एक हिस्से में बंद कमरों को खोलने की मांग का समर्थन करते हुए कहा कि इस बात की जांच की जानी चाहिए कि मौजूदा स्मारक बनने से पहले वहां क्या था और लोगों को यह जानने का अधिकार है. उन्होंने कहा कि इस बारे में जयपुर परिवार के पास रिकॉर्ड उपलब्ध हैं जो जरूरत पड़ने पर उपलब्ध कराए जाएंगे.
उन्होंने यहां संवाददाताओं से ताजमहल के बंद कमरों को खोलने के संबंध में इलाहाबाद हाई कोर्ट में दायर याचिका का जिक्र करते हुए दीया कुमारी ने कहा, ‘निश्चित तौर पर वो ज़मीन जयपुर पूर्व राजपरिवार की थी. अच्छा है कि किसी ने आवाज़ उठाई और याचिका दायर की है. अगर आवश्यकता पड़ेगी तो हम दस्तावेज़ उपलब्ध कराएंगे. वो ज़मीन हमारे राज परिवार की थी.’
निश्चित तौर पर वो ज़मीन जयपुर पूर्व राजपरिवार की थी। अच्छा है कि किसी ने आवाज़ उठाई और याचिका दायर की है। अगर आवश्यकता पड़ेगी तो हम दस्तावेज़ उपलब्ध कराएंगे। वो ज़मीन हमारे राज परिवार की थी: भाजपा सांसद दीया कुमारी, जयपुर
— ANI_HindiNews (@AHindinews) May 11, 2022
भाजपा सांसद ने कहा, ‘लोगों को पता होना चाहिए कि वहां कमरे क्यों बंद हैं. ताजमहल से पहले कुछ भी हो सकता था, हो सकता है मंदिर रहा हो. लोगों को यह जानने का अधिकार है कि मूल रूप से ‘मकबरे’ से पहले वहां क्या था.’
उन्होंने कहा, ‘ताजमहल के कुछ कमरे, कुछ हिस्सा जो बंद हैं, सील हैं, उसकी निश्चित रूप से जांच होनी चाहिए, उसे खोलना चाहिए कि वहां क्या था….’
इसके साथ ही सांसद ने स्पष्ट किया कि उन्होंने जो सुना व जाना है, उसके आधार पर वह यह बात कह रही हैं और उन्होंने इस बारे में उपलब्ध रिकार्ड को नहीं देखा है और रिकॉर्ड का अध्ययन किए जाने के बाद ही किसी निष्कर्ष पर पहुंचा जा सकता है.
इस सवाल पर कि क्या वहां पहले कोई मंदिर था, सांसद ने कहा, ‘… इतना कुछ मैंने देखा नहीं है लेकिन निश्चित रूप से वहां जो संपत्ति थी, वह हमारे परिवार की थी.’
यह भी पढ़े: मैरिटल रेप पर दिल्ली HC के जज एकमत नहीं, सुप्रीम कोर्ट में अब चलेगा मामला