कोच्चि, 10 अप्रैल (भाषा) मुंबई आतंकी हमलों की जांच करने वाली एनआईए टीम में शामिल रहे केरल के पूर्व पुलिस प्रमुख लोकनाथ बेहरा ने बृहस्पतिवार को कहा कि आरोपी तहव्वुर राणा के भारत प्रत्यर्पण से हमलों के पीछे की व्यापक साजिश को उजागर करने के प्रयासों को काफी मजबूती मिलेगी।
बेहरा राष्ट्रीय अन्वेषण अभिकरण (एनआईए) में महानिरीक्षक के रूप में कार्यरत थे और उन्होंने आतंकी हमलों की जांच की निगरानी की थी।
उन्होंने कहा कि राणा को भारत लाए जाने से जांच एजेंसियों को यह पता लगाने में मदद मिलेगी कि क्या 2008 के मुंबई हमलों में और लोग भी शामिल थे।
उन्होंने पीटीआई-भाषा से कहा, ‘‘मैं व्यक्तिगत रूप से बहुत खुश हूं कि एनआईए द्वारा आरोपपत्र दाखिल किए जाने के 14 साल बाद राणा को अंततः प्रत्यर्पित कर दिया गया। उसके खिलाफ 2011 में दिल्ली में उसकी अनुपस्थिति में आरोपपत्र दाखिल किया गया था।’’
बेहरा ने कहा कि भारतीय एजेंसियों को पाकिस्तानी मूल के कनाडाई व्यवसायी से पूछताछ करने का कभी मौका नहीं मिला, जिससे उसका प्रत्यर्पण और भी महत्वपूर्ण हो गया है।
उन्होंने कहा, ‘‘भारतीय जांचकर्ता और अन्य एजेंसियां अब बड़ी साजिश के बारे में अधिक जानकारी प्राप्त कर सकती हैं, जो मुंबई हमलों से भी आगे तक जाती है।’’
बेहरा ने कहा कि जांचकर्ताओं को इस बात के सबूत मिले हैं कि राणा ने कोच्चि का दौरा किया था और साक्षात्कार आयोजित किए थे।
बेहरा वर्तमान में कोच्चि मेट्रो रेल लिमिटेड के प्रबंध निदेशक हैं।
उन्होंने कहा कि राणा को भारत लाए जाने से उस पर सफल मुकदमा चलाया जा सकेगा और उसे अधिकतम सजा दी जा सकेगी।
भाषा नेत्रपाल अविनाश
अविनाश
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