चेन्नई, 26 जनवरी (भाषा) तमिलनाडु के राज्यपाल आर एन रवि ने बुधवार को गणतंत्र दिवस के अवसर पर यहां मरीना बीच फ्रंट पर मुख्यमंत्री एम के स्टालिन की उपस्थिति में राष्ट्रीय ध्वज फहराया। इसके साथ ही राज्य सरकार ने उस झांकी का प्रदर्शन किया, जिसे एक केन्द्रीय समिति ने राष्ट्रीय राजधानी में राजपथ की परेड में शामिल करने से मना कर दिया था।
कोरोना वायरस वैश्विक महामारी के कारण, मरीना बीच पर गणतंत्र दिवस कार्यक्रम इस साल लगभग 28 मिनट तक ही चला।
राज्य सरकार ने मंगलवार को एक परामर्श जारी कर आम जनता, बच्चों और वरिष्ठ नागरिकों से कार्यक्रम देखने के लिए मरीना बीच पर जाने से परहेज करने को कहा था।
समारोह से पहले राज्यपाल आर एन रवि ने यहां युद्ध स्मारक पर पुष्पांजलि अर्पित की और देश के लिए अपने प्राणों की आहुति देने वाले सशस्त्र बलों के जवानों को श्रद्धांजलि दी।
रवि को पिछले साल सितंबर में ही तमिलनाडु का राज्यपाल नियुक्त किया गया था।
राजाजी सलाई स्थित युद्ध स्मारक से कार्यक्रम स्थल पहुंचने पर राज्यपाल की अगवानी मुख्यमंत्री एम के स्टालिन ने की। सशस्त्र बलों और पुलिस के वरिष्ठ अधिकारियों के संक्षिप्त बातचीत के बाद रवि ने बुधवार सुबह ठीक आठ बजे राष्ट्रीय ध्वज फहराया। झंडा फहराने के बाद वायुसेना के हेलीकॉप्टर ने कार्यक्रम स्थल पर पुष्प बरसाए। विंग कमांडर अनुज गुप्ता इस गणतंत्र दिवस परेड के ‘परेड कमांडर’ थे।
सशस्त्र बलों, पुलिस और अर्द्धसैनिक बलों की टुकड़ियों द्वारा शानदार मार्च पास्ट के बाद तमिलनाडु सरकार ने गणतंत्र दिवस की झांकी दिखाई, जिसे एक केन्द्रीय समिति ने राष्ट्रीय राजधानी में होने वाली वार्षिक परेड में शामिल करने से मना कर दिया था। इस झांकी में घोड़े पर सवार रानी वेलु नचियार की एक प्रतिमा प्रदर्शित की गई जिनके हाथ में तलवार थी। इसमें तमिलनाडु के स्वतंत्रता संग्राम को भी चित्रित किया गया, जिसमें वी ओ चिदंबरम पिल्लई और राष्ट्रीय कवि सुब्रमण्यम भारती की भूमिका को दिखाया गया। स्टालिन ने पहले घोषणा की थी कि जिस झांकी के प्रस्ताव को केंद्रीय समिति ने अस्वीकृत कर दिया है, उसे बुधवार को तमिलनाडु सरकार के गणतंत्र दिवस समारोह में शामिल किया जाएगा।
इससे पहले, स्टालिन ने वीरतापूर्ण प्रदर्शन के लिए वर्दीधारी कर्मियों सहित कई लोगों को विभिन्न पदक भी प्रदान किए।
स्टालिन ने पुरस्कार वितरित करने की कुछ तस्वीरें ट्विटर पर साझा कीं और लिखा, ‘‘आइए हम इस गणतंत्र दिवस पर संविधान के धर्मनिरपेक्ष लोकाचार को बनाए रखने के वादे को दोहराएं और सभी क्षेत्रों में अपने देश के लोगों के उत्थान के लिए महान उपलब्धियों पर गर्व करें।’’
मक्कल निधि मय्यम के संस्थापक कमल हासन ने 73वें गणतंत्र दिवस पर लोगों को बधाई देते हुए ट्वीट किया, ‘‘भारत का संविधान हमारी ताकत है। आइए समझें कि हम इसके संरक्षक हैं। आइए संविधान द्वारा हमें दी गई स्वतंत्रता, शक्ति और अधिकारों के वास्तविक मूल्य का एहसास करें और एकजुटता से कार्य करें।’’
अन्नाद्रमुक के समन्वयक ओ पन्नीरसेल्वम, भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष के. अन्नामलाई और तमिलनाडु प्रदेश कांग्रेस कमेटी (टीएनसीसी) के प्रमुख के. एस अलागिरी सहित विभिन्न राजनीतिक दलों के नेताओं ने लोगों को 73वें गणतंत्र दिवस की शुभकामनाएं दी।
भाषा निहारिका वैभव
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