नयी दिल्ली, पांच जून (भाषा) निर्वाचन आयोग ने बृहस्पतिवार को कहा कि उसने चुनाव के बाद विभिन्न सांख्यिकीय रिपोर्ट तैयार करने के लिए अपनी प्रणाली को एक उन्नत तंत्र के जरिये सुव्यवस्थित किया है, जो पहले की उस व्यवस्था की जगह लेगा जिसमें ज्यादा समय लगता है।
उसका कहना है कि स्वचालन और डेटा एकीकरण का लाभ उठाते हुए नई प्रणाली तेजी से रिपोर्टिंग सुनिश्चित करती है।
‘इंडेक्स कार्ड’ एक गैर-वैधानिक, चुनाव के बाद का सांख्यिकीय रिपोर्टिंग प्रारूप है जिसे निर्वाचन क्षेत्र के स्तर पर चुनाव संबंधी डेटा हासिल करने के लिए चुनाव आयोग द्वारा विकसित किया गया है।
इसे कई आयामों में डेटा का प्रसार करने के लिए डिज़ाइन किया गया है, मसलन, उम्मीदवार, मतदाता, डाले गए वोट, गिने गए वोट, पार्टी-वार और उम्मीदवार-वार मत प्रतिशत, लिंग-आधारित मतदान रुझान, क्षेत्रीय विविधताएं और राजनीतिक दलों का प्रदर्शन।
‘इंडेक्स’ कार्ड लोकसभा चुनाव के लिए लगभग 35 और विधानसभा चुनावों के लिए 14 सांख्यिकीय रिपोर्ट तैयार करने का आधार सुनिश्चित करता है।
अब तक यह जानकारी विभिन्न वैधानिक प्रारूपों का उपयोग करके निर्वाचन क्षेत्र स्तर पर ‘मैन्युअल’ रूप से भरी जाती थी। बाद में सांख्यिकीय रिपोर्ट बनाने के लिए ऑनलाइन सिस्टम में डेटा प्रविष्टि के लिए भौतिक सूचकांक कार्ड का उपयोग किया गया।
पहले की प्रक्रिया समय लेने वाली थी और अक्सर डेटा उपलब्धता और प्रसार में देरी होती थी।
भाषा हक हक नरेश
नरेश
यह खबर ‘भाषा’ न्यूज़ एजेंसी से ‘ऑटो-फीड’ द्वारा ली गई है. इसके कंटेंट के लिए दिप्रिंट जिम्मेदार नहीं है.