जयपुर, 23 मई (भाषा) शेक्सपियर ने कहा था नाम में क्या रखा है लेकिन संभवत: जयपुर में कुछ लोग इससे सहमत नहीं हैं जिन्होंने लोकप्रिय मिठाई ‘मोती पाक’ का नाम ‘मोती श्री’ और ‘मैसूर पाक’ का नाम ‘मैसूर श्री’ कर लिया है। ये मिठाइयां तो वही हैं बस देश में पाकिस्तान विरोधी आक्रोश को देखते हुए इनके नाम बदल दिए गए हैं।
अपनी मिठाइयों के लिए मशहूर जयपुर शहर में कम से कम तीन प्रमुख दुकानों ने अपनी मिठाइयों का नाम बदलते हुए अपनी पारंपरिक मिठाइयों से पूरी तरह ‘पाक’ शब्द हटा दिया और इसकी जगह अब वे ‘श्री’ शब्द इस्तेमाल कर रही हैं।
तो ‘आम पाक’ अब ‘आम श्री’ है, ‘गोंद पाक’ अब ‘गोंद श्री’ है। पहलगाम आतंकवादी हमले और भारत के ‘ऑपरेशन सिंदूर’ के तहत पाकिस्तान में आतंकी ठिकानों पर सैन्य कार्रवाई के मद्देनजर देशभक्ति की भावना को दर्शाने के लिए ‘स्वर्ण भस्म पाक’ व ‘चंडी भस्म पाक’ का नाम भी अब बदलकर ‘स्वर्ण श्री’ और ‘चंडी श्री’ कर दिया गया है।
जयपुर वैशाली नगर इलाके में मिठाइयों की मशहूर दुकान ‘त्योहार स्वीट्स’ की मालकिन अंजलि जैन ने कहा कि उनके व्यंजनों में राष्ट्रीय गौरव भी झलकना चाहिए। जैन ने ‘पीटीआई-भाषा’ से कहा, ‘‘देशभक्ति की भावना सिर्फ सीमा पर ही नहीं बल्कि हर भारतीय के घर और दिल में होनी चाहिए।’’
उन्होंने कहा कि यह फैसला सिर्फ शब्दों से जुड़ा नहीं बल्कि भावनाओं का मामला है। उन्होंने कहा, ‘‘ग्राहक भी इस फैसले की सराहना कर रहे हैं और बदले हुए नाम देखकर खुश हैं।’’
मिठाइयों के नाम बदलने की इस मुहिम में शहर की दशकों पुरानी दुकानें ‘बॉम्बे मिष्ठान भंडार’ और ‘अग्रवाल कैटरर्स’ भी शामिल हो गए हैं। इन्होंने अपनी उन मिठाइयों का नाम बदल दिया है जिनमें ‘पाक’ शब्द था।
‘बॉम्बे मिष्ठान भंडार’ के महाप्रबंधक विनीत त्रिखा ने कहा, ‘‘हम स्पष्ट संदेश देना चाहते हैं कि जो लोग भारत की ओर आंख उठाने की हिम्मत करेंगे उनके नाम मिटा दिए जाएंगे तथा हर भारतीय अपने तरीके से जवाब देगा। यह हमारा मीठा, प्रतीकात्मक प्रतिशोध है।’’
मिठाइयों के नाम बदले जाने की ग्राहकों ने सराहना की है।
व्यवसायी रमेश भाटिया के अनुसार पहलगाम आतंकी हमले के बाद मिठाइयों का नाम बदलने का कदम देशभक्ति दर्शाने का प्रतीक लगता है।
उन्होंने कहा, ‘‘मिठाई के नाम बदलना छोटा लग सकता है, लेकिन यह एक शक्तिशाली सांस्कृतिक प्रतिक्रिया है। यह दर्शाता है कि नागरिक भी हमारी सेना के साथ एकजुट हैं – युद्ध के मैदान से लेकर मिठाई की दुकान तक, संदेश स्पष्ट है कि भारत न तो भूलेगा और न ही माफ करेगा।’’
सेवानिवृत्त सरकारी शिक्षिका पुष्पा कौशिक ने भी इससे सहमति जताई।
उन्होंने कहा कि ‘मैसूर पाक’ के बजाय ‘मैसूर श्री’ नाम सुनकर उन्हें गर्व हुआ। उन्होंने कहा,‘‘ऑपरेशन सिंदूर के बाद, यह पहल हमारे सैनिकों को मीठा सलाम जैसा है – सरल, प्रतीकात्मक और ह्रदयस्पर्शी।’’
शहर की मिठाई की अनेक छोटी दुकानों ने भी यही तरीका अपनाया है।
रेख्ता शब्दकोश के अनुसार ‘पाक’ शब्द की उत्पत्ति फारसी से हुई है। इसका अर्थ है ‘मीठा या मिठाई’ और साथ ही ‘शुद्ध, स्वच्छ और पवित्र’। हिंदी शब्दकोश ‘डॉट कॉम’ पाक शब्द को ‘पाक कला, खाना पकाना, तैयारी’ के रूप में परिभाषित करता है।
भाषा पृथ्वी खारी
खारी
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