पलक्कड़/तिरुवनंतपुरम, 21 जून (भाषा) राजनयिक के सामान के जरिये सोने की तस्करी करने के मामले में मुख्य आरोपी स्वप्ना सुरेश ने मंगलवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को पत्र लिखकर कहा कि चूंकि इस मामले में राज्य सरकार के अधिकारी खुद संदिग्ध हैं इसलिए सच्चाई सामने लाने के लिए सीबीआई जांच कराई जानी चाहिए।
प्रधानमंत्री को लिखे पत्र में, सुरेश ने मोदी से व्यक्तिगत रूप से भेंट कर उनसे अपनी बात कहने का भी अनुरोध किया। सुरेश इस समय ‘हाईरेंज रूरल डेवलपमेंट सोसाइटी’ (एचआरडीएस) इंडिया में कार्यरत हैं और इसके लेटरहेड पर लिखे पत्र में उन्होंने कहा, “सच्चाई सामने लाने के लिए सीबीआई जांच जरूरी है। केरल सरकार को इसमें हस्तक्षेप नहीं करना चाहिए क्योंकि इस मामले में सरकारी अधिकारी खुद प्रमुख संदिग्ध हैं।”
उन्होंने कहा, “भारत की अदालत को मामले को स्वीकार करना चाहिए और न्याय देना चाहिए। इसलिए कृपया केरल सरकार के विरुद्ध उचित कार्रवाई करें।” इस बीच माकपा के राज्य सचिव कोडियेरी बालकृष्णन ने आरोप लगाया कि सुरेश केंद्रीय एजेंसियों की हाथों की “कठपुतली” बन गई हैं।
तिरुवनंतपुरम में एक जनसभा को संबोधित करते हुए उन्होंने दावा किया कि सुरेश ने जो आरोप लगाए हैं उसका तथ्यों से कोई वास्ता नहीं है और वह उसी को दोहरा रही हैं, जो उन्होंने अतीत में कहा। बालकृष्णन ने कहा कि भारतीय जनता पार्टी और कांग्रेस दोनों दल, केरल के मुख्यमंत्री पिनराई विजयन की छवि खराब करने का प्रयास कर रहे हैं।
सुरेश ने हाल में मीडिया के सामने कुछ खुलासे किये थे, जिसमें उन्होंने आरोप लगाया था कि विजयन, उनके परिजन और एलडीएफ विधायक के. टी. जलील सोने की तस्करी मामले में शामिल हैं। इस खुलासे के बाद से राज्य में सियासी तूफान खड़ा हो गया है। मुख्यमंत्री ने इन आरोपों का खंडन किया है।
भाषा यश दिलीप
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