(फाइल फोटो के साथ)
मुंबई, 10 जून (भाषा) राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (राकांपा) की कार्यकारी अध्यक्ष बनाई गईं सांसद सुप्रिया सुले को अपनी पार्टी को एकजुट रखने के साथ-साथ अगले साल के लोकसभा चुनाव और महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव में भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) एवं शिवसेना का मुकाबला करने के लिए महा विकास अघाड़ी गठबंधन को सशक्त बनाने की चुनौतियों का सामना करना पड़ेगा।
सुले को शनिवार को उनके पिता शरद पवार के नेतृत्व वाली राकांपा का कार्यकारी अध्यक्ष नियुक्त किया गया।
उन्होंने 2006 में राज्यसभा सदस्य के रूप में पहली बार संसद में प्रवेश किया था और उसके बाद 2009 में बारामती से लोकसभा के लिए निर्वाचित हुईं। उन्होंने 2014 और 2019 में परिवार का गढ़ रही इसी सीट का प्रतिनिधित्व किया। इस सीट का प्रतिनिधित्व पहले शरद पवार और चचेरे भाई अजित पवार ने किया था।
उनके संसदीय कार्यकाल के लिए उन्हें कई बार सम्मानित किया गया है।
लोकसभा में पार्टी की नेता सुले, शरद पवार और प्रतिभा पवार की इकलौती संतान हैं। उनकी शादी सदानंद सुले से हुई है और दंपती की एक बेटी रेवती और एक बेटा विजय है।
वह यशवंतराव चव्हाण प्रतिष्ठान की कार्यकारी अध्यक्ष तथा पवार पब्लिक चैरिटेबल ट्रस्ट और नेहरू सेंटर की ट्रस्टी भी हैं।
सूत्रों का कहना है कि सुले को महागठबंधन एमवीए सहयोगियों कांग्रेस और उद्धव ठाकरे नीत शिवसेना (यूबीटी) के साथ सीटों के बंटवारे को लेकर होने वाली बातचीत के दौरान चुनौती का सामना करना पड़ेगा।
उनके चचेरे भाई एवं महाराष्ट्र के उपमुख्यमंत्री रह चुके अजित पवार राज्य की राजनीति में एक प्रमुख स्थान रखते हैं और उन्होंने मुख्यमंत्री बनने की अपनी महत्वाकांक्षाओं को स्पष्ट कर दिया है।
सूत्रों ने बताया कि इसलिए तीनों दलों के बीच सीटों के बंटवारे का ‘फॉर्मूला’ एक चुनौती होगी।
कार्यकारी अध्यक्ष की भूमिका के अलावा सुले राकांपा के केंद्रीय चुनाव प्राधिकरण की अध्यक्ष और महाराष्ट्र, हरियाणा पंजाब के साथ-साथ पार्टी की महिला, युवा और छात्र इकाई की प्रभारी भी होंगी। केंद्रीय चुनाव प्राधिकरण विभिन्न चुनावों के लिए उम्मीदवारों पर निर्णय लेने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है।
शनिवार को नयी जिम्मेदारी सौंपे जाने के बाद सुले ने राकांपा को मजबूत बनाने और देश की सेवा करने के लिए सामूहिक प्रयास का आह्वान किया।
सुले ने ट्वीट किया, ‘‘प्रफुल्ल पटेल के साथ मुझे कार्यकारी अध्यक्ष की बड़ी जिम्मेदारी सौंपे जाने के लिए मैं राकांपा अध्यक्ष पवार साहब और सभी वरिष्ठ नेताओं, पार्टी के सहयोगियों, पार्टी कार्यकर्ताओं और पार्टी के शुभचिंतकों की आभारी हूं। मैं राकांपा को और मजबूत करने के लिए आप सभी के साथ लगन से काम करूंगी।’’
गौरतलब है कि पवार और पी ए संगमा ने 1999 में राकांपा की स्थापना की थी।
कार्यकर्ताओं को दिये संदेश में उन्होंने कहा कि राकांपा ने अपने कार्यकर्ताओं के कारण सफलता हासिल की है। उन्होंने कहा, ‘‘मैं राकांपा को और मजबूत करने के लिए आप सभी के साथ मिलकर काम करूंगी और हम सामूहिक रूप से अपने नागरिकों की भलाई के लिए देश की सेवा करेंगे।’’
भाषा
देवेंद्र अविनाश
अविनाश
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