नयी दिल्ली, 12 अगस्त (भाषा) उच्चतम न्यायालय ने तेलंगाना के पेड्डापल्ली जिले में 2021 में हुई एक वकील दंपति की हत्या के मामले की जांच मंगलवार को केंद्रीय अन्वेषण ब्यूरो (सीबीआई) को सौंप दी।
न्यायमूर्ति एम एम सुंदरेश और न्यायमूर्ति एन कोटिश्वर सिंह की पीठ ने कहा कि मामले में और जांच की आवश्यकता है।
शीर्ष अदालत ने गट्टू किशन राव नाम के व्यक्ति की याचिका पर सुनवाई के दौरान यह फैसला सुनाया। किशन राव ने अपने बेटे गट्टू वामन राव और पुत्रवधू पी वी नागमणि की हत्या के मामले की सीबीआई से जांच कराए जाने का अनुरोध किया था।
उच्च न्यायालय में वकालत करने वाले दंपति की कार को दो हमलावरों ने रामगिरि मंडल के एक गांव के पास रोकने के बाद उन पर चाकुओं एवं अन्य हथियारों से हमला किया था जिससे वकील दंपति की मौत हो गई थी।
वामन और नागमणि ने सितंबर 2020 में उच्च न्यायालय का रुख कर शिकायत की थी कि मंथनी पुलिस थाने में एक व्यक्ति की कथित रूप से हिरासत में मौत के मामले में अदालत को एक पत्र (जिसे जनहित याचिका के रूप में लिया गया) लिखने के बाद पुलिस उन्हें परेशान कर रही है और धमका रही है।
दंपति ने उच्च न्यायालय सहित विभिन्न अदालतों में विभिन्न सार्वजनिक मुद्दों पर जनहित याचिकाएं दायर की थीं।
पुलिस ने पहले कहा था कि एक अन्य कार में सवार दो लोगों ने वकील दंपति के वाहन को रोका और उन पर बेरहमी से हमला करने के बाद वे फरार हो गए।
भाषा सिम्मी गोला
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