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Sunday, 22 December, 2024
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प्रगतिशील और उदार माने जाते हैं CJI चंद्रचूड़, कहा- सभी नागरिकों के अधिकारों की रक्षा करूंगा

भारत के सर्वोच्च न्यायालय के वरिष्ठतम जज न्यायमूर्ति डी वाई चंद्रचूड़ ने बुधवार को देश की न्यायपालिका के 50वें प्रमुख बन गए हैं. उनका कार्यकाल 10 नवंबर, 2024 तक रहेगा.

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नई दिल्ली: भारत के मुख्य न्यायाधीश (सीजेआई) के रूप में शपथ लेने के तुरंत बाद, बुधवार को डी वाई चंद्रचूड़ ने आश्वासन दिया कि वह सभी भारतीयों की रक्षा करेंगे और राष्ट्र की सेवा करना उनकी प्राथमिकता रही है.

पत्रकारों से बात करते हुए, CJI ने कहा, ‘राष्ट्र की सेवा करना मेरी प्राथमिकता है. हम भारत के सभी नागरिकों की रक्षा करेंगे, चाहे वह प्रौद्योगिकी या रजिस्ट्री सुधारों या न्यायिक सुधारों के मामले में हो.’ चंद्रचूड़ ने शपथ लेने के बाद संसद में महात्मा गांधी की प्रतिमा पर भी श्रद्धांजलि अर्पित की.

न्यायमूर्ति उदय उमेश ललित के पद से हटने के बाद उन्होंने भारत के मुख्य न्यायाधीश के रूप में शपथ ली.

राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने राष्ट्रपति भवन में आयोजित शपथ ग्रहण समारोह में न्यायमूर्ति डी वाई चंद्रचूड़ को पद की शपथ दिलाई.

न्यायमूर्ति चंद्रचूड़ ने मुख्य न्यायाधीश यूयू ललित का स्थान लिया है जो 9 नवंबर को सेवानिवृत्त हुए.

भारत के सर्वोच्च न्यायालय के वरिष्ठतम जज न्यायमूर्ति डी वाई चंद्रचूड़ ने बुधवार को देश की न्यायपालिका के 50वें प्रमुख बन गए हैं. उनका कार्यकाल 10 नवंबर, 2024 तक रहेगा.

केंद्र सरकार ने पिछले महीने 9 नवंबर, 2022 से भारत के मुख्य न्यायाधीश के रूप में सर्वोच्च न्यायालय के न्यायाधीश डॉ धनंजय यशवंत चंद्रचूड़ के नाम को अधिसूचित किया था.

इस संबंध में जारी प्रेस बयान में कहा गया है, ‘भारत के संविधान के अनुच्छेद 124 के खंड (2) द्वारा प्रदत्त शक्ति का प्रयोग करते हुए, राष्ट्रपति ने सर्वोच्च न्यायालय के न्यायाधीश न्यायमूर्ति धनंजय यशवंत चंद्रचूड़ को नियुक्त किया है. भारत के मुख्य न्यायाधीश, उनका कार्यकाल 9 नवंबर, 2022 से प्रभावी हो गया है.

जस्टिस चंद्रचूड़ के पिता जस्टिस वाईवी चंद्रचूड़ ने भारत के 16वें जज थे, जिनका कार्यकाल 2 फरवरी 1978 से 11 जुलाई 1985 तक रहा.

यह न्यायंत्र के इतिहास में पहली बार है जब पिता और पुत्र सीजेआई बने हैं.

जस्टिस चंद्रचूड़ देश के प्रगतिशील और उदार जज के तौर पर जाने जाते हैं. वह नागरिकों के मौलिक अधिकारों के प्रति बहुत ही संवेदनशील माने जाते हैं और जस्टिस चंद्रचूड़ की सबसे खास विशेषता गलत व्यवहार करने वालों के प्रति उनके सख्त रवैये के लिए जाना जाता है.

जस्टिस चंद्रचूड़ 11 नवंबर 1959 को पैदा हुए, 13 मई, 2016 को वह सुप्रीम कोर्ट में जज नियुक्त हुए.

वह सुप्रीम कोर्ट में नियुक्त होने से पहले 31 अक्टूबर 2013 में इलाहाबाद उच्च न्यायालय के मुख्य न्यायधीश रहे.

इससे पहले जस्टिस चंद्रचूड़ इलाहाबाद के चीफ जस्टिस बनने से पहले 29 मार्च 2000 तक बाम्बे हाईकोर्ट के जज थे.

उन्होंने 1998 से बॉम्बे हाई कोर्ट में जज के रूप में अपनी नियुक्ति तक भारत के अतिरिक्त सॉलिसिटर जनरल के रूप में भी काम किया था. उन्हें जून 1998 में बॉम्बे हाईकोर्ट द्वारा एक वरिष्ठ अधिवक्ता के रूप में नामित किया गया था.


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