नई दिल्ली: लॉकडाउन के दौरान अपने पिता को साइकिल पर बैठाकर गुरुग्राम से दरभंगा तक लगभग 1,200 किलोमीटर का सफर तय करने वाली ज्योति कुमारी की मदद के लिए कई हाथ आगे आये हैं. इस फेहरिस्त में सबसे नया नाम है सुपर 30 के आनंद कुमार का जिन्होंने ज्योति को मुफ्त आईआईटी कोचिंग की सुविधा देने की बात कही है.
कुमार ने अपने फेसबुक पेज पर पोस्ट किया कि उनके भाई ज्योति के परिवार से मिले थे और कहा की वो चाहे तो सुपर 30 परिवार में उसका स्वागत है. उन्होंने उसकी इंजीनियरिंग की पढ़ाई के लिए सभी खर्चों की व्यवस्था करने का भी वादा किया.
राजद नेता तेजस्वी यादव और बिहार की पूर्व मुख्यमंत्री राबड़ी देवी ने रविवार को एक वीडियो कॉल के माध्यम से लड़की के परिवार से बात की. राबड़ी देवी ने ज्योति की शिक्षा, उनकी शादी को प्रायोजित करने की पेशकश की और उसके पिता को नौकरी देने का भी वादा किया.
7 दिन अपने हौसलों से मुश्किलों को पराजित कर घायल पिता मोहन पासवान जी को साइकिल पर बैठाकर 1200 किमी का सफर तय करने वाली बिहार की जांबाज बेटी ज्योति से बात की। माँ श्रीमती @RabriDeviRJD जी ने फ़िलहाल आर्थिक मदद के साथ-साथ ज्योति की पढ़ाई, शादी और पिता की नौकरी का वायदा किया है। pic.twitter.com/dleVoBvkxH
— Tejashwi Yadav (@yadavtejashwi) May 24, 2020
लोक जनशक्ति पार्टी के सांसद चिराग पासवान ने भी ज्योति की शिक्षा का सारा खर्च उठाने की पेशकश की है.
Lok Janshakti Party offers to sponsor education of Jyoti Kumari who cycled almost 1,200 km to Darbhanga in Bihar from Gurgaon carrying her injured father on pillion during coronavirus lockdown
— Press Trust of India (@PTI_News) May 24, 2020
केंद्रीय स्वास्थ्य और परिवार कल्याण राज्य मंत्री अश्विनी कुमार चौबे ने कहा कि वह ज्योति को भारत का ‘स्वास्थ्य ब्रांड एम्बेसडर‘ बनाने पर विचार कर रहे हैं.
उपभोक्ता मामलों, खाद्य और सार्वजनिक वितरण मंत्री रामविलास पासवान ने ज्योति को आधुनिक श्रवण कुमार कहा था और खेल मंत्री किरेन रिजिजू से उसे छात्रवृत्ति और प्रशिक्षण मुहैया करने की अपील की.
कोरोना महामारी के इस संकट से पूरा देश लड़ रहा है। ऐसे कठिन समय में आधुनिक श्रवण कुमार, बिहार की बेटी #ज्योति_पासवान ने अपने पिता को साइकिल पर बिठाकर गुरुग्राम से दरभंगा तक 1000 किमी से ज्यादा की यात्रा कर जिस हिम्मत और साहस का परिचय दिया है, उससे अभिभूत हूं। 1/2 @narendramodi pic.twitter.com/p6TGz9PXsa
— Ram Vilas Paswan (@irvpaswan) May 24, 2020
मैं केन्द्रीय खेल मंत्री @KirenRijiju जी से भी आग्रह करता हूं कि पूरी दुनिया में साहस की मिसाल कायम करने वाली देश की बेटी #ज्योति_पासवान की साइकलिंग की प्रतिभा को और अधिक संवारने के लिए इसके उचित प्रशिक्षण और छात्रवृति की व्यवस्था करें। 2/2 @narendramodi pic.twitter.com/H3JVsNSM6q
— Ram Vilas Paswan (@irvpaswan) May 24, 2020
ट्वीट का जवाब देते हुए, रिजिजू ने कहा कि ज्योति को साइकलिंग फेडरेशन ऑफ इंडिया के साथ ट्रायल के बाद दिल्ली की नेशनल साइकलिंग अकादमी में एक प्रशिक्षु के रूप में चुना जाएगा.
कानून और न्याय मंत्री रविशंकर प्रसाद ने भी रिजिजू से लड़की को पूरा समर्थन देने की अपील की.
Also requested the Sports Minister @KirenRijiju to give full support to this courageous girl from Bihar- Jyoti Kumari Paswan by way of training & scholarship to develop her as a cyclist of repute, if she is willing. I salute her courage and determination. (2/2)
— Ravi Shankar Prasad (@rsprasad) May 23, 2020
हालांकि, ‘साइकिल गर्ल’ ने परीक्षण के लिए तुरंत आने से इनकार कर दिया, क्योंकि वह अपनी पढ़ाई पर ध्यान केंद्रित करना चाहती है. उसने कहा कि लंबी यात्रा के बाद वह शारीरिक रूप से थक चुकी है.
उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने भी ज्योति को उसके साहसी पराक्रम के लिए 1 लाख रुपये की पेशकश की है.
सरकार से हारकर एक 15 वर्षीय लड़की निकल पड़ी है अपने घायल पिता को लेकर सैकड़ों मील के सफ़र पर… दिल्ली से दरभंगा. आज देश की हर नारी और हम सब उसके साथ हैं.
हम उसके साहस का अभिनंदन करते हुए उस तक 1 लाख रु. की मदद पहुँचाएंगे. pic.twitter.com/amO502S6dj
— Akhilesh Yadav (@yadavakhilesh) May 21, 2020
‘शेरदिल लड़की’
ज्योति ने घर पहुंचने के लिए सात दिनों तक साइकिल चलाई थी, जिसमें उसने अपने घर तक 1,200 किलोमीटर की दूरी तय की. 22 मई को, अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प की बेटी इवांका ट्रम्प ने ज्योति के धीरज और अपने पिता के प्रति प्रेम की प्रशंसा करते हुए एक ट्ववीट पोस्ट किया.
15 yr old Jyoti Kumari, carried her wounded father to their home village on the back of her bicycle covering +1,200 km over 7 days.
This beautiful feat of endurance & love has captured the imagination of the Indian people and the cycling federation!?? https://t.co/uOgXkHzBPz
— Ivanka Trump (@IvankaTrump) May 22, 2020
न्यूयॉर्क टाइम्स ने ज्योति की शानदार यात्रा पर भी रिपोर्ट की, जिसमें उसे एक ‘शेरदिल’ लड़की कहा गया.
हालांकि, सोशल मीडिया पर सबकी प्रतिक्रियाएं एक जैसी नहीं रही. कई लोगों ने ज्योति की इस स्थिति के लिए सरकार की नाकामी को दोष दिया जिसकी वजह से उसे इतने दूर अपने घर साइकिल चला कर जाना पड़ा.
This is not a feat of excellence. It’s a feat fuelled by desperation caused due to the callous attitude of the @BJP4India government headed your “friend” and “host” @narendramodi
— Karti P Chidambaram (@KartiPC) May 22, 2020
Her poverty & desperation are being glorified as if Jyoti cycled 1,200 KM for the thrill of it. Government failed her, thats hardly something to trumpet as an achievement . https://t.co/i33ImFm0fr
— Omar Abdullah (@OmarAbdullah) May 22, 2020
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