शाहजहांपुर (उप्र), नौ अप्रैल (भाषा) शाहजहांपुर जिले में अपराध पर अंकुश लगाने के लिए जमानत पर छूटे आपराधिक पृष्ठभूमि वाले लोगों की कड़ी निगरानी के लिए एक ‘क्रिमिनल ट्रैकिंग सेल’ का गठन कर “सुपर-22” दस्ता तैयार किया गया है।
पुलिस अधीक्षक राजेश द्विवेदी ने बुधवार को ‘पीटीआई-भाषा’ को बताया कि उन्होंने जिले के 22 थानों के लिए सीटीसी (क्रिमिनल ट्रैकिंग सेल) का गठन किया है और इसे ‘सुपर 22’ का नाम दिया है।
उन्होंने बताया कि जिले में कुल 22 थाने हैं तथा प्रत्येक थाने से दो-दो पुलिसकर्मियों को इस प्रकोष्ठ में शामिल किया गया है और उन्हें इस काम के लिए एक-एक मोटरसाइकिल दी गई है।
उन्होंने बताया कि ये पुलिसकर्मी जमानत पर छूटे आपराधिक पृष्ठभूमि वाले लोगों की गतिविधियों पर नजर रखकर उनका पूरा विवरण दर्ज करेंगे। प्रदेश में संभवतः पहली बार शुरू की गई इस व्यवस्था से भविष्य में होने वाली आपराधिक घटनाओं पर अंकुश लगाने में मदद मिलेगी।
द्विवेदी ने बताया कि इस दस्ते का मुख्य कार्य थानावार हिस्ट्रीशीटर अपराधियों पर नजर रखना और गंभीर अपराधों के मामले में जेल से जमानत पर छूटने वाले अपराधियों की गतिविधियों पर नजर रखते हुए उनकी रिपोर्ट तैयार करना है।
यदि अपराधी थाना क्षेत्र से बाहर चला गया है तो यह दस्ता उसकी पूरी जानकारी संबंधित स्थान से प्राप्त करेगा और यह पता लगाएगा कि कहीं वह फिर से तो अपराध में लिप्त नहीं हो गया है।
पुलिस अधीक्षक ने बताया कि सुपर 22 दस्ते का एक अलग व्हाट्सएप ग्रुप बनाया गया है जिस पर संबंधित जानकारियां साझा की जाएंगी। पुलिसकर्मी जिस अपराधी के निवास पर जाकर जानकारी इकट्ठा करेंगे उसकी एक फोटो भी ग्रुप में अनिवार्य रूप से साझा करनी होगी।
द्विवेदी ने बताया, “इस पहल से अपराधी हमारी नजर में रहेंगे और वे दोबारा अपराध करने से बचेंगे। इससे उम्मीद है कि अपराध में कमी आएगी।”
भाषा सं राजेंद्र मनीषा
मनीषा
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