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Friday, 15 November, 2024
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सुब्रमण्यम स्वामी पुरी विरासत गलियारे का मामला पटनायक के समक्ष उठाएंगे

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पुरी, 27 मई (भाषा) भाजपा के वरिष्ठ नेता और सांसद सुब्रमण्यम स्वामी ने शुक्रवार को कहा कि वह विवादास्पद ‘पुरी विरासत गलियारे’ के मुद्दे को ओडिशा के मुख्यमंत्री नवीन पटनायक के समक्ष उठाएंगे।

स्वामी ने दिन में पुरी में गोवर्धन पीठ के स्वामी निश्चलानंद सरस्वती से मुलाकात के बाद संवाददाताओं से कहा, “विवाद को खत्म करने की जरूरत है। मैं, जो भी संभव होगा, वह करूंगा।”

भाजपा नेता ने कहा, “मंदिरों का हमारे जीवन में महत्व है। यहां तक कि राजा भी मंदिरों में जाते थे और उनसे जुड़े मुद्दों पर अपने विचार साझा करते थे।”

गोवर्धन पीठ के प्रमुख द्वारा इस मुद्दे पर मीडिया के माध्यम से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और मुख्यमंत्री नवीन पटनायक का ध्यान आकर्षित के बमुश्किल दो दिन बाद स्वामी और शंकराचार्य के बीच यह बैठक हुई।

स्वामी ने कहा कि अगर कोई वित्तीय अनियमितता हुई है तो सरकार हस्तक्षेप कर सकती है।

निश्चलानंद ने पुरी विरासत गलियारा परियोजना के चल रहे कार्य पर नाराजगी व्यक्त की थी। उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और मुख्यमंत्री नवीन पटनायक से पुरी ‘धाम’ को बचाने और ‘तपोभूमि’ को ‘भोगभूमि’ में बदलने की अनुमति नहीं देने का आग्रह किया था।

उन्होंने विकास के नाम पर विरासत भवनों, ज्यादातर प्राचीन मठों के कथित विनाश पर चिंता व्यक्त की थी और आरोप लगाया था कि विकास के नाम पर पुरी को बदला जा रहा है।

बैठक के बाद शंकराचार्य ने कहा कि “अगर सरकार पुरी धाम के आध्यात्मिक आदर्शों के खिलाफ परियोजनाओं की अनुमति देती है तो हम चुप नहीं बैठेंगे।”

भाषा

प्रशांत मनीषा

मनीषा

यह खबर ‘भाषा’ न्यूज़ एजेंसी से ‘ऑटो-फीड’ द्वारा ली गई है. इसके कंटेंट के लिए दिप्रिंट जिम्मेदार नहीं है.

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