नयी दिल्ली, 22 सितंबर (भाषा) दिल्ली पुलिस के एक उपनिरीक्षक को सोमवार को उस वक्त रंगे हाथ पकड़ा गया, जब वह दो आरोपियों के खिलाफ मामला कमजोर करने के लिए 15,000 रुपये की कथित रूप से रिश्वत ले रहा था। एक अधिकारी ने सोमवार को यह जानकारी दी।
यह कार्रवाई आजादपुर निवासी तान्या सचदेवा (22) द्वारा दर्ज शिकायत के बाद की गई, जिनके पति हरजीत सिंह पर झपटमारी के कई मामले दर्ज हैं।
पुलिस ने एक बयान जारी कर बताया कि वजीराबाद थाना में तैनात उपनिरीक्षक ललित ने शुरुआत में महिला के पति और एक अन्य आरोपी वसीम शेख के खिलाफ मामले के कार्रवाई को कमजोर करने के लिए 50,000 रुपये की मांग की थी।
अधिकारी ने बताया कि 20 सितंबर को शिकायतकर्ता पुलिस थाने में उपनिरीक्षक से मिली, जहां रिश्वत की राशि 15,000 रुपये पर तय हुई।
शिकायतकर्ता ने बातचीत की ऑडियो रिकॉर्डिंग भी सबूत के रूप में जमा कराई।
एक अधिकारी ने बताया कि रविवार शाम को शिकायतकर्ता और उनके भाई थाने की तीसरी मंजिल पर पहुंचे और पहली किश्त सौंप दी, जिसे ललित ने कथित रूप से स्वीकार कर लिया। मौके पर मौजूद सघन निगरानी टीम ने तुरंत हस्तक्षेप किया।
उन्होंने बताया कि उपनिरीक्षक ने छापे का अंदेशा पाकर पैसे छिपाने की कोशिश की लेकिन उसे पकड़ लिया गया।
उन्होंने बताया कि सतर्कता पुलिस थाने में भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम के तहत प्राथमिकी दर्ज की गई।
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राखी माधव
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