नयी दिल्ली, 28 अप्रैल (भाषा) लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला ने शुक्रवार को कहा कि छात्रों को अपने शोध और नवाचार के जरिये लोगों को प्रभावित करने वाले मुद्दों पर समाज में जागरूकता फैलानी चाहिए और उनका समाधान निकालने का प्रयास करना चाहिए।
संसद परिसर में अशोक विश्वविद्यालय के छात्रों से बातचीत करते हुए लोकसभा अध्यक्ष ने कहा कि छात्रों को गांवों में जाकर ग्रामीणों के समक्ष आने वाली चुनौतियों का अनुभव करना चाहिए और अपने अनुभवों के आधार पर समस्याओं का समाधान ढूंढना चाहिए।
लोकसभा सचिवालय की ओर से जारी एक बयान के अनुसार, बिरला ने कहा, ‘‘युवाओं में समाज में सकारात्मक परिवर्तन लाने की अपार शक्ति और क्षमता है। समाज को युवाओं से बहुत अपेक्षाएं हैं। यह उनकी जिम्मेदारी है कि वे आगे बढ़कर उन अपेक्षाओं को पूरा करें।’’
लोकसभा अध्यक्ष ने छात्रों से जीवन में मिलने वाली असफलताओं से निराश नहीं होने का आग्रह किया। उन्होंने इस बात पर जोर दिया कि सफलता और असफलता जीवन का हिस्सा हैं और छात्रों को हर चुनौती को एक नए अवसर के रूप में लेना चाहिए।
बिरला ने कहा कि सबसे पहले छात्रों को अपना लक्ष्य निर्धारित करना चाहिए और इसके बाद अपने सामने आने वाली बाधाओं से हार माने बिना पूरे अनुशासन और निष्ठा के साथ लक्ष्यों को प्राप्त करने की कोशिश करनी चाहिए।
लोकसभा अध्यक्ष ने प्रौद्योगिकी के क्षेत्र में तेजी से हो रहे बदलावों और कृत्रिम बुद्धिमता आधारित परिवर्तनों का जिक्र करते हुए कहा कि प्रौद्योगिकी का इस्तेमाल करते समय मानवीय दृष्टिकोण को नहीं भूलना चाहिए।
उन्होंने कहा कि तकनीक और परंपरा को साथ लेकर चलना चाहिए तथा इस संयोजन से ही समाज में सही मायने में क्रांतिकारी बदलाव लाए जा सकते हैं।
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