नयी दिल्ली, 13 मार्च (भाषा) लद्दाख के छात्रों के एक समूह ने बृहस्पतिवार को दिल्ली विधानसभा का दौरा किया। यह दौरा एक सांस्कृतिक आदान-प्रदान और नेतृत्व विकास कार्यक्रम का हिस्सा था, जिसे युवा छात्रों के लिए आयोजित किया गया था।
लेह से आए 42 छात्रों के समूह ने विधानसभा के अध्यक्ष विजेंद्र गुप्ता के साथ एक संवादात्मक सत्र में भाग लिया, जिसमें उन्होंने विधानसभा में डिजिटलीकरण के बारे में बात की।
एक बयान में कहा गया कि ‘स्टूडेंट एक्सपीरियंस इन रीजनल अंडरस्टैंडिंग (एसईआरयू)’ कार्यक्रम के तहत आयोजित इस दौरे से छात्रों को दिल्ली विधानसभा के इतिहास और कार्यप्रणाली को जानने का अवसर मिला।
बयान में कहा गया है कि अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद (एबीवीपी) द्वारा 1991 में शुरू किया गया एसईआरयू कार्यक्रम राष्ट्रीय एकता और सांस्कृतिक समझ को बढ़ावा देने के लिए इस तरह के आदान-प्रदान की सुविधा प्रदान कर रहा है।
छात्रों को संबोधित करते हुए गुप्ता ने विधानसभा के कागज रहित मॉडल में परिवर्तन के बारे में बात की और राष्ट्रीय ई-विधान एप्लीकेशन (नेवा) पर प्रकाश डाला – जो विधायी प्रक्रियाओं को कारगर बनाने के लिए बनाई गई एक डिजिटल पहल है।
गुप्ता ने कहा, ‘डिजिटल परिचालन की ओर बदलाव का मतलब केवल कागज के उपयोग को कम करना नहीं है। इसका मतलब अधिक सुलभ, पारदर्शी और उत्तरदायी विधायी प्रणाली बनाना है।’
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योगेश माधव
माधव
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